अधिकारियों को मुख्यमंत्री का निर्देश, प्राइवेट अस्पतालों के बिलों पर रखें ध्यान
चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने प्रदेश में रहने वाले बीपीएल परिवारों के कोरोना मरीजों का सारा खर्च स्वयं उठाने का फैसला किया है। इस निर्णय से गरीब परिवारों को बड़ी राहत मिलेगी। सरकार ने इससे पूर्व बीपीएल परिवारों के मरीजों को 35 हजार तक की सहायता देने का ऐलान किया था।
प्रशासनिक सचिवों और सभी डीसी के साथ मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कोरोना के हालात पर समीक्षा की। इसी बैठक में उन्होंने सरकार के फैसले की जानकारी भी दी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को आदेश दिए कि वे ब्लैक फंगस बीमारी के इलाज के लिए मेडीकल कॉलेजों में न्यूनतम 20 बेड रिजर्व रखना सुनिश्चित करें। इसके साथ ही गांवों में घर-घर जाकर काम कर रही टीमों के सदस्यों का प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीनेशन करें।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को बताया कि अब तक 10 हजार मेडीकल ऑक्सीजन के सिलेंडर घरों पर उपचार ले रहे मरीजों तक पहुंचाए गए हैं। मल्टी पर्पज हेल्थ वर्कर्ज की टीमों ने गांवों में 47 लाख से अधिक लोगों की जांच की है। सीएम मनोहर लाल ने अधिकारियों से कहा कि वे प्राइवेट अस्पतालों द्वारा मरीजों के बनाए जा रहे बिलों पर भी ध्यान रखें ताकि आम जनमानस को परेशानी न झेलनी पड़े। साथ ही जरूरतमंद लोगों को सभी जिलों में 5 किलो प्रति व्यक्ति राशन देना भी सुनिश्चित किया जाए।