जन सरोकार ब्यूरो । पानीपत
पानीपत के गांव पसीना कला में एक युवक की हत्या इसलिए कर दी गई क्योंकि उसने बीड़ी मांगने पर बीड़ी देने की बजाय टोंट कस दिया। बताते हैं, मृतक से गांव के एक युवक ने बीड़ी मांगी थी। जिस पर मृतक ने कहा था कि तुम इतने बड़े घर से होने के बाद भी बीड़ी मांग कर पीने की बात कर रहे हो। इसी बात को लेकर आरोपी युवक तैश में आ गया। उसने अपने परिवार की महिला समेत 4 लोगों के साथ युवक का अपहरण कर लिया और अपने घर ले जाकर उसके साथ मारपीट की और उसे जहरीला पदार्थ पिला दिया। गंभीर हालत में उसे उसके घर के बाहर फेंक कर आरोपी फरार हो गए।
इस मामले में पुलिस कप्तान के आदेशों पर महिला समेत चार आरोपियों पर अपहरण और हत्या का केस दर्ज कर लिया है।
कैथल से कुछ ही दिन पहले आया था पानीपत
मृतक की मां ने एसपी को दी शिकायत में नरेशो देवी ने बताया कि वह गांव पसीना कला की रहने वाली है। उसका परिवार मेहनत-मजदूरी करके अपना गुजारा करता है। उसका सबसे छोटा बेटा संदीप (24) था। जोकि कैथल में दिहाड़ी मजदूरी करता था। वह कुछ दिन पहले ही पानीपत में आया था। यहां वह राजमिस्त्री का काम करने लगा।
24 अगस्त को उसका बेटा संदीप गली से गुजर रहा था। जहां उसके साथ झगड़ा हो गया था। शाम 7 बजे उसने घर पर आकर बताया था कि उसके साथ गांव के ही जयकुमार व दीपक ने मारपीट की है। क्योंकि आरोपी उससे बीड़ी मांग रहे थे और उसने कहा था कि इतने बड़े घर के होने के बाद भी बीड़ी मांग कर पीते हो।
28 अगस्त की सुबह किया अपहरण
28 अगस्त की सुबह 8 बजे जयकुंवार, उसकी मां दयावती उनके घर गए। जहां, संदीप को अकेला पाकर उससे मारपीट की। मौके पर संदीप का जीजा प्रमोद पहुंच गया, जिसने उसका बचाव करवाया। उस वक्त आरोपी वहां से चले गए थे। शाम को फिर से आरोपी घर आए और उसके साथ खूब मारपीट की।
घर ले जाकर पिला दिया जहर
आरोपी उसको घर से घसीटते हुए अपने घर ले गए। जहां उन्होंने संदीप को पीटा और कोई जहरीला पदार्थ पिला दिया। इसके बाद वे संदीप को गली मे डालकर भाग गए। संदीप की तबीयत ज्यादा खराब होने पर परिजन उसे सिविल अस्पताल ले गए। यहां से उसे करनाल कल्पना चावला अस्पताल रेफर कर दिया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
पुलिस ने नहीं की कार्रवाई, आरोपी बना रहे दबाव
परिजनों ने शिकायत में यह भी बताया कि उनकी शिकायत पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है। वे एफआईआर की कॉपी थाने में लेने गए, तो उन्हें पता लगा कि पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है। पुलिस ने उनकी कोई सुनवाई नहीं की है। परिजनों का आरोप है कि आरोपियों के हौंसले इतने बुलंद हैं कि वे बार-बार उन पर हमला कर देते हैं। उन्हें आरोपियों से अपनी जान-माल का खतरा बना हुआ है। आरोपी उन पर दबाव बनाते हैं कि गांव में रहना है तो फैसला कर लो, नहीं तो पूरे परिवार को जान से मार देंगे।