हरियाणा के सिरसा, फतेहाबाद, अम्बाला, करनाल, हिसार, कुरुक्षेत्र, हिसार सहित कई इलाकों में तेज बरसात का सिलसिला जारी है। इस बार मानसून में औसत से अधिक बरसात होने से प्रदेश के कई शहरों में जलभराव की विकट स्थिति पैदा हो गई है। नरमा की फसल को खासा नुक्सान पहुंचा है।
सिरसा में नगरपरिषद कमरे की छत गिरी, जाखल में मजदूर का मकान गिर गया
जाखल में एक मजदूर के घर की छत ढह गई
इसी तरह से फतेहाबाद के खंड जाखल में एक मजदूर कुलदीप सिंह के घर की छत ढह गई। गनीमत रही कि परिवार के लोग इसके मलबे की चपेट में आने से बच गए। लेकिन घरेलू सामान तबाह हो गया। मकान मालिक कुलदीप सिंह ने बताया कि वह मेहनत मजदूरी का काम करता है। छत बनाने के लिए उसके पास पैसे नहीं थे। ना ही सरकार की ओर से कोई योजना उन्हें दी गई थी ताकि मकान की छत को पक्का किया जा सके। इसके चलते छत बिल्कुल कमजोर थी। आज अचानक एक जोरदार धमाके के साथ नीचे गिर गई। कुलदीप ने बताया कि जैसे ही छत नीचे गिरने लगी तो उन्हें थोड़ा शोर सुनाई दिया। शोर सुनते ही उसने पहले अपनी पत्नी व बच्चों को मकान से बाहर निकाला। जिसके बाद वह खुद बाहर निकला। उसी दौरान छत नीचे गिर गई। मजदूर परिवार ने खुले आसमान के नीचे जिला प्रशासन के अधिकारियों से मदद की गुहार लगाई है।
हिसार के बाजारों में जलभराव
वहीं हिसार में शनिवार दोपहर को तेज बारिश हुई। बारिश के कारण शहर के आईजी चौक, कैंप चौक, डोगरा मोहल्ला, सब्जी मंडी चौक, बस स्टैंड एरिया में पानी भर गया। बारिश के कारण सामान्य जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। वाहन चालकों को भी काफी परेशानियां उठानी पड़ रही हैं। बारिश के कारण बरवाला, नारनौंद, बांस के करीब 30 से ज्यादा गांवों के एरिया में आने वाले खेतों में जलभराव हुआ है। सिंचाई विभाग पानी की निकासी करने में असफल साबित हुआ, परंतु शनिवार को तेज बारिश के कारण अब एक बार फिर से ग्रामीणों की चिंता बढ़ा दी है।
सिरसा शहर टापू बन गया
सिरसा शहर तो पूरी तरह से टापू बन गया है। सिरसा शहर के अनेक हिस्सों में जलभराव हो गया है तो नरमा की फसल को भारी नुक्सान पहुंचा है। इस बार प्रदेश में साढ़े 6 लाख हैक्टेयर में नरमा जबकि करीब साढ़े 12 लाख हैक्टेयर में धान की फसल है। वहीं कृषि विभाग की मानें तो यह बरसात नरमा की फसल के लिए आफत है। इस बार सिरसा जिला में करीब 2 लाख हैक्टेयर में नरमा की फसल है। इसके अलावा करीब 90 हजार हैक्टेयर में धान का क्षेत्र है। किसानों का कहना है कि अधिक बरसात के चलते नरमे की फसल में पानी खड़ा हो गया है। इस वजह से काफी नुक्सान हुआ है। किसानों ने सरकार से विशेष गिरदावरी करवाकर मुआवजे की मांग की है।
करनाल में 43MM बरसा पानी, कई जगह जलभराव
करनाल में पिछले दो दिन से रुक-रुक कर हो रही बारिश से मौसम खुशनुमा हो गया, जिससे लोगों को गर्मी से काफी हद तक राहत मिली। पिछले कई दिन से उमस भरी भीषण गर्मी ने लोगों को बेहाल कर रखा था। अब बारिश होने से मौसम में ठंडक आ गई है। हालांकि बारिश होने के कारण शहर की कई काॅलाेनियों व अन्य कई सड़कों पर जलभराव हो गया। ग्रामीण इलाकों की बात करें तो कई गांवों में बारिश के पानी से जोहड़ ओवरफ्लो हो चुके है, जिससे पानी लोगों के घरों में घुस गया है, जिससे लोगों को काफी परेशानियां झेलनी पड़ी।
सिरसा में नगरपरिषद के कमरे की छत गिरी
शुक्रवार दोपहर को नगर परिषद कार्यालय में चेयरमैन आफिस के पीछे वाले कमरे की छत अचानक ढह गई। हादसे के समय वहां नगर परिषद के तीन कर्मचारी अनिल, श्रवण व जगदीश काम कर रहे थे। अचानक तेज बरसात शुरू हो जाने से तीनों कर्मचारी कमरे से बाहर आ गए जिसके कुछ क्षणों बाद ही छत गिर गई। कर्मचारियों ने बताया कि पहले इस कमरे में प्रापर्टी सर्वे से संबंधित शिकायतें ली जाती थी तथा यहां रोजाना बड़ी संख्या में लोगों का आवागमन होता था। नगर परिषद का कार्यालय अंग्रेजी शासन के समय में बनी बिल्डिंग में बना हुआ है जो संभवत सौ साल से अधिक पुराना है। यह भवन काफी खस्ता हालात है। बरसात के समय जगह जगह से टपकता है और कभी भी हादसा हो सकता है। यहां तक की नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी के कार्यालय की छत से भी बरसात के समय रिसाव होता है।
हिसार के खेतों में फसलें हो रही खराब, अब ड्रेन टूटने का खतरा बना
हिसार के गंगवा से तीन किलोमीटर दूर स्थित कैमरी गांव पर वर्षा का पानी निकलने के लिए बनी ड्रेन ओवरफ्लो हो गई है। किसानों का कहना है कि यह ड्रेन किसी भी समय टूट सकती है और इसका पानी खेलों में फसलों को तबाह कर देगा। वहीं इसके समीप स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट भी ओवरफ्लो हो गया है। इस एसटीपी प्लांट के समीप लगते खेतों में भी जलभराव होने की संभावना है। इसको लेकर स्थानीय निवासी काफी डरे हुए हैं। क्योंकि कपास की फसल में वैसे ही पहले से वर्षा अधिक होने के चलते काफी दिक्कतें पेश आ रही हैं। अब एसटीपी का पानी ओवरफ्लो हुआ तो फसल डूब सकती है। ऐसे में मामले की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय खेत मालिक पहले तो आजाद नगर थाने में शिकायत लेकर पहुंचे जहां उन्हें बताया गया कि वह अपनी शिकायत प्रशासन से करें। इसके बाद वह सुबह एसटीपी प्रबंधन से समस्या के समाधान की गुहार लगा रहे हैं। इधर वर्षा के पानी की ड्रेन ओवरफ्लो हुई है उसको लेकर ग्रामीणों का कहना है कि पातन के समीप यह ड्रेन फुल है और किसी भी समय टूट सकती है। ऐसे में वर्षा का जल खेतों में चला जाएगा और किसानों को नुकसान होगा। गौरतलब है कि यह ड्रेन पिछले साल भी ओवरफ्लो होने से टूट गई थी और किसानों को नुकसान उठाना पड़ा था।
पानीपत में बारिश का दौर जारी, शहर में जगह-जगह जलभराव
पानीपत: पिछले दो दिन से हो रही बारिश से शहर में जलभराव हो गया है। शहर की कालोनियों में भी पानी भर गया। निकासी नहीं होने के कारण सीवर व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो गई। जिसके कारण गंदा पानी गलियों में भर गया। बारिश के कारण बाजारों में भी स्थिति काफी खराब हो चुकी है। जिसके कारण हैंडलूम बाजार, अमर भवन चौक, सलारजंग गेट व कंबल मार्केट में काफी स्थिति खराब हो चुकी है। नालों की सफाई को लेकर पहले भी बाजारों के प्रधानों ने मेयर को शिकायत की थी। लेकिन अब फिर से यह सामने आ गई।
विभाग ने जारी की चेतावनी
चंडीगढ़ मौसम विभाग ने हरियाणा के 8 जिलों में मूसलाधार बारिश होने की चेतावनी जारी की है। दोपहर को जारी बुलेटिन के अनुसार, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, सोनीपत, पानीपत और जींद में बारिश हो सकती है। इसके बाद 31 जुलाई से 3 अगस्त तक बारिश नहीं होगी।