फतेहाबाद, 2 जुलाई। डीसी महावीर कौशिक की अध्यक्षता में शुक्रवार को लघु सचिवालय के सभागार में जल शक्ति अभियान की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक में डीसी ने कहा कि जल संरक्षण के लिए बनाए जा रहे स्रोत आने वाली पीढिय़ों के भी काम आएंगे। उन्होंने कहा कि बारिश के पानी को व्यर्थ न जाने दें। जल शक्ति अभियान में शामिल जल संचयन के स्रोत पुराने तालाबों, कुओं व टैंक आदि का जीर्णोद्धार करने के साथ-साथ पौधारोपण भी करें। उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने टारगेट निर्धारित समयावधि में पूरा करें।
डीसी ने कहा कि जल शक्ति अभियान के तहत कृषि विभाग द्वारा हर गांव में एक महीने में एक जागरूकता मेला लगाया जाना है, यह अभियान नवंबर माह तक चलेगा। उन्होंंने कहा कि गांवों में किसान व आमजन को जल संरक्षण के प्रति जागरूक करें। जल शक्ति अभियान में कैच दॉ रेन शामिल है, जिसमें बारिश के पानी की एक-एक बूंद का संचय करना है। इसके लिए सरकारी इमारतों में रेन वाटर हार्वेसटिंग सिस्टम बनाना जरूरी है। उन्होंने शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सरकारी स्कूलों के साथ निजी स्कूलों में रेन वाटर हार्वेसटिंग सिस्टम बनाना सुनिश्चित करें। उपायुक्त ने कृषि विभाग, पंचायत विभाग, पंचायती राज, लोक निर्माण विभाग, स्थानीय नगर निकाय, भू-संरक्षण, वन विभाग जनस्वास्थ्य विभाग, सिंचाई विभाग सहित सभी संबंधित विभागों के साथ उनके द्वारा किए जाने वाले कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे उनके द्वारा जल शक्ति अभियान के तहत किए जा रहे कार्यों को पोर्टल पर जरूर अपडेट करें।
इस अवसर पर अधीक्षण अभियंता ओपी बिश्रोई, डीडीए डॉ. राजेश सिहाग, कार्यकारी अभियंता अमित कौशिक, कुलबीर वर्मा, डीआईओ सिकंदर, डीएसओ जगजीत सिंह मलिक, बीडीपीओ विनय प्रताप सिंह सहित संबंधित विभाग के कर्मचारी मौजूद रहे।
जल शक्ति अभियान जल संचयन के स्रोत आने वाली पीढिय़ों के भी काम आएंगे : कौशिक
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