-गुरुग्राम में प्रदेशभर के समर्थकों की बुलाई बैठक
-हुड्डा खेमे की सियासी चालों को मात देने के लिए किरण हुईं एक्टिव
चंडीगढ़, 14 अगस्त (जन सरोकार ब्यूरो): कांग्रेस विधायक दल हरयिाणा की पूर्व नेता और तोशाम की विधायक किरण चौधरी अब पूरी तरह से एक्शन मोड में आ गई हैं। विधानसभा के मानसून सेशन में प्रदेश और तोशाम के मुद्दों को जोरदार तरीके से उठाने के बाद अब किरण चौधरी गुरुग्राम में अपने समर्थकों की एक बैठक बुलाई है। इस बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। 10 जून को राज्यसभा के लिए प्रदेश में वोटिंग हुई थी। चुनाव में कांग्रेस के अजय माकन हार गए थे। माकन ने तब किरण चौधरी पर सवालिया निशान लगाए थे। इशारों ही इशारों में हुड्डा और उनके समर्थक भी लगातार किरण चौधरी पर निशाना साध रहे हैं। किरण चौधरी भी इस पूरे घटनाक्रम पर खामोश नहीं रहीं। किरण ने माकन पर पलटवार करते हुए आरोप लगाए थे। वैसे भी किरण चौधरी ने अभी हाल में बयान दिया था कि उनके राजनीतिक विरोधी उन्हें कांग्रेस से बाहर करने की जुगत में लगे हैं, पर उन्हें नहीं मालूम कि किरण चौधरी किस मिट्टी की बनी हैं।
हुड्डा खेमा हो रहा है हावी
गौरतलब है कि हरियाणा कांग्रेस में पिछले कुछ समय से हुड्डा खेमा लगातार हावी हो रहा है। 2019 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 31 सीटों पर जीत मिली। इनमें से अधिकांश विधायक हुड्डा खेमे से हैं। अभी इसी साल अप्रैल में हुड्डा के दबाव के बाद ही कांग्रेस के संगठन में बड़ा बदलाव हुआ। हुड्डा के समर्थक और होडल के पूर्व विधायक उदयभान को कांग्रेस का प्रदेश प्रमुख बनाया गया। बदलाव के बाद आदमपुर से विधायक रहे कुलदीप बिश्रोई ने 10 जून को राज्यसभा में कांग्रेस के खिलाफ वोट किया। बाद में कांग्रेस ने कुलदीप को सभी पदो से निष्कासित कर दिया और 6 अगस्त को कुलदीप भाजपा में शामिल हो गए। कुलदीप से पहले हुड्डा की वजह से राव इंद्रजीत, चौधरी बीरेंद्र सिंह, डा. अशोक तंवर जैसे नेता कांग्रेस छोड़ चुके हैं।
अब किरण, रणदीप और कैप्टन हैं बड़े नेता
कई बड़े चौधरियों के कांग्रेस छोडऩे के बाद अब कांग्रेस में तोशाम की विधायक किरण चौधरी, अखिल भारतीय कांग्रेस के महासचिव एवं राज्यसभा के सदस्य रणदीप सिंह सुर्जेवाला और पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव हुड्डा खेमे से इत्तर बड़े नेता हैं, जिनका अपना राजनीति में लंबा अनुभव है। किरण चौधरी का अपना एक जनाधार और प्रभाव है। अहीरवाल में कैप्टन की अपनी एक साख है तो रणदीप का सोनिया गांधी के दरबार में खास कनैक्शन है।
हरियाणा भर से बुलाये समर्थक
खैर किरण चौधरी ने अब गुरुग्राम में 15 अगस्त को होने वाली बैठक में राज्यभर से अपने समर्थकों को बुलावा भेजा है। गुरुग्राम के द्वारका रोड स्थित फार्म हाउस में यह बैठक होगी, जिसमें मंत्रणा के बाद किरण चौधरी ने अपने समर्थकों के लिए दोपहर के भोजन का इंतजाम किया है। किरण चौधरी की छवि तेज-तर्रार और दबंग कांग्रेस नेता की है। किरण चौधरी हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी बंसीलाल की पुत्रवधु एवं पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह की पत्नी हैं। किरण चौधरी तोशाम सीट से लगातार चार बार विधायक रह चुकी हैं। हुड्डा सरकार में कैबीनेट मंत्री रह चुकी हैं।
चार बार तोशाम से विधायक रही हैं किरण
किरण चौधरी साल 1988 में पहली बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में दिल्ली कैंट से विधायक चुनी गईं। वे दिल्ली विधानसभा की डिप्टी स्पीकर भी रहीं। 2005 में तोशाम का उपचुनाव जीतकर पहली बार हरियाणा विधानसभा की सदस्य भी बनीं। इसके बाद वे लगातार 2009, 2014 और 2019 में हरियाणा के तोशाम सीट से विधायक बनने में सफल रहीं। वे 2005 से लेकर 2014 तक कांग्रेस की सरकार में वन, पर्यावरण, पर्यटन और खेल मंत्री के अलावा जनस्वास्थ्य और आबकारी मंत्री भी रहीें। दरअसल किरण चौधरी साल 1986 में सक्रिय सियासत में आ गईं। 1986 में उन्हें अखिल भारतीय महिला कांग्रेस का महासचिव बनाया गया। वे दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी में महासचिव सहित कई पदों पर रहीं।