पंजाब और शहरी निकाय चुनाव में भी बलात्कारी डेरा चीफ को सरकार ने दी थी पेराेल
जन सरोकार ब्यूरो | चंडीगढ़
चुनाव के दिनों में सियासी फायदा लेने के बाद सरकार ने बलात्कारी डेरा चीफ गुरमीत को खूब प्रयोग किया है। हर चुनाव की तरह इस बार भी सरकार ने आदमपुर उपचुनाव और पंचायत इलेक्शन को देखते हुए डेरा चीफ को 40 दिन की पेरोल दे दी है। इस बार पेरोल के दौरान डेरा चीफ यूपी के बागपत स्थित आश्रम में रहेगा, वहीं माना जा रहा है कि है कि इस बार गुरमीत को राजस्थान के आश्रम में भी रखा जा सकता है।
सिरसा डेरा में आना चाहता था गुरमीत
जानकारी अनुसार पेरोल के दौरान गुरमीत सिरसा स्थित डेरा मुख्यालय में रहने की अनुमति चाहता था लेकिन सरकार ने उसकी यह बात नहीं मानी। अब गुरमीत को यूपी या राजस्थान के आश्रम में रही अपनी पेरोल के 40 दिन बीताने होंगे।
डेरा की तरफ से अनुयानियो को होता है वोट का संदेश
डेरा अपने अनुयायियों का सियासी फायदा हर बार लेता रहा है। खासकर गुरमीत के जेल जाने के बाद से यह ट्रेंड अधिक हो गया है। अब सरकार ने भी पंचायत से लेकर लोकसभा चुनाव तक इसका फायदा लेना शुरू कर दिया है। सरकार इससे पहले दो बार राम रहीम को पेरोल दे चुकी की है तथा दोनोंं ही बार चुनाव के दौरान ऐसा हुआ है। खास बात है कि डेरा की तरफ से हर बाद भाजपा को वोट देने का संदेश अपने अनुयायियों को दिया जाता है।
अब तक 51 दिन की पेरोल ले चुका है डेरा चीफ
यहां बता दें कि डेरा चीफ बलात्कारी गुरमीत अब तक दो बार में 51 दिन की पेरोल ले चुका है। इसके पहले गुरमीत को फरवरी और जून 2022 में पेरोल मिली थी तथा इसके बाद अब फिर से सरकार ने 40 दिन की पेरोल मंजूर कर दी है।