-करनाल में लूटपाट की वारदात के 24 घंटे में ही पुलिस ने तीन लोगों को किया गिरफ्तार, शिकायतकर्ता ठेकेदार की ओर भी घूमी शक की सुई

करनाल, 17 अगस्त (जन सरोकार ब्यूरो): करनाल में मंगलवार को हुई लूट की वारदात में चौबीस घंटे में ही पकड़े गए आरोपियों से चोरी से तीन गुणा कैश मिलने के बाद करनाल के आला पुलिस अधिकारी भी हैरान हैं। एक कारोबारी से आठ लाख रुपए लूटे गए थे। एसपी गंगाराम पूनिया ने इस मामले में लुटेरों की गिरफ्तारी के लिए कई टीमों का गठन किया था। इस मामले में पुलिस ने दो भाइयों सहित तीन लोगों को काबू किया। अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया और इस दौरान आरोपियों से पूछताछ के बाद उनसे 24 लाख 41 हजार रुपए बरामद किए। अब पुलिस कई एंगल पर इस बात की जांच कर रही है कि आखिर आरोपियों के पास लूट की रकम से तीन गुणा नगदी कहां से आई? पुलिस इस मामले में शिकायतकर्ता को भी जांच में शामिल करेगी।
करनाल के नीलोखेड़ी रेलवे स्टेशन पर मंगलवार को हुई 8 लाख रुपए की लूट की वारदात की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों के पास से 8 लाख नहीं बल्कि 24 लाख 41 हजार रुपए की राशि बरामद हुई है। तीन आरोपियों में से एक आरोपी भट्ठे पर मजदूरी करता था। पुलिस ने तीनों आरोपियों को अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया है। पूछताछ में चोरी और लूट की कुछ और वारदातों के राज से भी पर्दा हट सकता है। इस सिलसिले में करनाल के एसपी गंगाराम पूनिया ने बताया कि नीलोखेड़ी के स्टेशन इलाके में रहने वाले सीताराम ने मंगलवार को रेलवे स्टेशन की पार्किंग में आठ लाख रुपए लूटने की शिकायत पुलिस को दी थी। पूनिया के अनुसार पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए जांच शुरू की। बुधवार को पुलिस ने इस मामले में करनाल के ही तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में दो सगे भाई हैं।गिरफ्तार किया गया आरोपी राहुल और उसका भाई रोहित करनाल शहर में ही हांसी चौकी एरिया में रहता है, जबकि तीसरा आरोपी संजय करनाल बस अड्डे के निकट बनी झुग्गियों का रहने वाला है। आरोपी राहुल ईंट-भट्ठे पर काम करता था। तीनों आरोपियों को संशय और साक्ष्य के आधार पर सिविल लाइन एरिया से गिरफ्तार किया गया। करनाल के एसपी गंगाराम ने बताया कि राहुल, रोहित और संजय से कुल 24 लाख 41 हजार रुपए बरामद किए गए हैं। अब चूंकि पुलिस को लूटी गई रकम से ज्यादा कैश बरामद हुआ है। ऐसे में पुलिस अतिरिक्त इंकम के सोर्स का पता लगाने के लिए जांच मे शिकायतकर्ता को भी शामिल करेगी।