पांच सौ से अधिक गांवों में हजारों गौवंश संक्रमित
चंडीगढ़, 11 अगस्त (जन सरोकार ब्यूरो): पशुओं में तेजी से फैल रहे वायरस के बाद अब लंपी बीमार से पशुओं की मौत का आंकड़ा निरंतर बढ़ रहा है। प्रदेश के साढ़े चार सौ से अधिक गांवों में यह वायरस फैल चुका है और अब तक सात हजार से अधिक पशु संक्रमित हो चुकी हैं। अब तक गायों में भी इस बीमारी के फैलने की पुष्टि हुई, एक भी भैंस संक्रमित नहीं मिली है। हरियाणा सरकार ने इसकी रोकथाम के लिए पांच लाख गोट पॉक्स वैक्सीन का ऑर्डर दिया है। दवा को एयरलिफ्ट कराया गया है और देर रात तक हरियाणा में यह दवा पहुंच जाएगी।ब तक हरियाणा के सिरसा में 19, यमुनानगर और कुरुक्षेत्र में 2-2 पशुओं की मौत हुई है। इसके अलावा, यमुनानगर के 275 गांवों में 4705, सिरसा के 103 गांवों में 825, अंबाला के 60 गांवों में 283, कैथल के 22 गांवों में 191 गाय बीमारी से ग्रस्त हैं।
पांच सौ से अधिक गांवों में 7182 से अधिक गोवंश संक्रमित
लंपी वायरस प्रदेश के 482 गांवों में फैल चुकी है। यह 7182 से अधिक गोवंश को संक्रमित कर चुका है। 40 से अधिक पशुओं की मौत हो चुकी है। हरियाणा के यमुनानगर, अंबाला जिले में सबसे अधिक पशु इससे संक्रमित हैं, जबकि पंजाब में 40198 पशु संक्रमित हो चुके हैं। 1314 की मौत हुई है। हरियाणा ने 5 लाख गोट पॉक्स वैक्सीन का ऑर्डर दे दिया है। प्रदेश में करीब 62.92 लाख गाय- भैंस है। इनमें 19.32 लाख गोवंश है।
हिसार के लुवास में शुरू हो सकती है जांच, अभी तक सिर्फ भोपाल में सुविधा
हिसार की लाला लाजपत राय यूनिवर्सिटी ऑफ वेटरिनरी एंड एनिमल साइंसेज (लुवास) में जल्द ही लंपी त्वचा रोग की जांच शुरू हो सकती है। यूनिवर्सिटी केंद्र सरकार को पत्र लिखकर लंपी स्किन डिजीज की जांच के लिए अनुमति मांगेगी। फिलहाल एलएसडी की जांच मध्यप्रदेश के भोपाल में हो रही है जहां से जांच रिपोर्ट आने में काफी समय लगता है। सैंपल को भेजना भी एक चुनौतीपूर्ण प्रक्रिया है। सैंपल पहले पंजाब के जालंधर स्थित लैब में भेजे जाते हैं। उसके बाद यह केंद्र अपनी रिपोर्ट के अनुसार सैंपल को आगे भेजता है।
जिन जिलों में आई थी बीमारी, वहां का सर्वे
वहीँ, लुवास के डायरेक्टर रिसर्च नरेश जिंदल ने कहा कि हम यह सर्वे कर रहे हैं कि पिछली बार जब लंपी बीमारी जिन 7-8 जिलों में आई अब उन जिलों में क्या स्थिति है। इन जिलों से कुछ महीने पहले यह बीमारी आई थी। इसलिए इन जिलों का सर्वे किया जा रहा है। जिस स्थान पर पशु लंपी बीमारी की चपेट में आता है, वहां पर करीब 4 किलोमीटर के एरिया को चिन्हित किया जाता है। वहीं लुवास के एक्सपर्ट, पुश पालन विभाग के साथ मिलकर जागरूकता कैंप लगा रहे हैं।
करनाल में हालत चिंताजनक
वहीँ, करनाल में पशुओं में लंपी बीमारी लगातार बढ़ती जा रही है। जिले में अभी तक कुल 81 केस मिले हैं। सोमवार तक यह आंकड़ा 12 था। दो दिन में यह आंकड़ा 81 पर पहुंच गया है। करनाल की श्री राधा कृष्ण गौशाला में भी 30 गाय और गोवंश में इस बीमारी के लक्षण पाए गए हैं। इससे गौशाला में मौजूद अन्य हजारों गोवंश में संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। जिले में बढ़ रही इस बीमारी को लेकर अब पशुपालकों की चिंताए बढ़ गई है&