चंडीगढ़, 26 जून। हरियाणा सरकार इस वर्ष भी फसल विविधीकरण योजना के तहत धान की बजाय पानी की बचत करने वाली फसलों की बिजाई करने के लिए प्रोत्साहन राशि प्रदान करेगी। हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने फसल विविधीकरण के तहत मेरा पानी मेरी विरासत योजना को खरीफ 2021 के लिए भी लागू करने की स्वीकृति प्रदान कर दी है।
कृषि विभाग के अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए राज्य के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि धान के बजाय अन्य फसलों की बिजाई के लिए किसानों को प्रेरित करें।
उन्होंने बताया कि यह योजना पूरे राज्य में लागू होगी और इस योजना के तहत किसानों को धान के स्थान पर वैकिल्पक फसलों (कपास, मक्का, दलहन, मूगंफली, तिल, ग्वार, अरण्ड, सब्जियां व फल) की बिजाई करनी होगी। इसके लिए प्रति एकड 7000 रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। जो किसान धान की जगह चारा उगाते हैं या अपने खेत खाली भी रखते हैं, उन्हें भी इस योजना का लाभ मिलेगा।
इस योजना पर लाभ लेने के लिए इच्छुक किसानों को मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण करना होगा। पहले पंजीकरण करवाने की अंतिम तिथि 25 जून 2021 निर्धारित की गई थी, अब इसे बढ़ाकर 15 जुलाई 2021 कर दिया गया है।
बैठक में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा और प्रदेश के कृषि महानिदेशक डॉ. हरदीप सिंह भी उपस्थित थे।
‘मेरा पानी मेरी विरासत’ पंजीकरण की अवधि 15 जुलाई तक बढ़ाई
RELATED ARTICLES