प्रदेश के पाश्चिमी व दक्षिणी क्षेत्रों में कुछ एक स्थानों पर बारिश होने की संभावना है। मगर 12 जुलाई से मानसून की सक्रियता और बढऩे से राज्य के सभी क्षेत्रों में हवा व गरज चमक के साथ 15 जुलाई तक बारिश होने की संभावना है
हिसार, 12 जुलाई। हरियाणा में मौसम विज्ञानियों के पुर्वानुमान के अनुसार गर्मी का असर कम हो गया है तो तेज हवाएं चल रही हैं। कुछ जगहों पर कल से ही बारिश भी हुई है। अब मानसून पूरे हरियाणा की ओर बढ़ेगा। जिससे दक्षिण पश्चिम मानसून की बारिश 14 जुलाई तक होने की संभावना है। हरियाणा में मानसून सक्रिय होना शुरू हो गया है। रविवार को ही हिसार, रोहतक सहित अन्य क्षेत्रों में बारिश शुरू हो गई। मानसून को हरियाणा तक पहुंचाने में बंगाल की खाड़ी से आने वाली हवा ने काफी रोल निभाया। इसके साथ ही पुरवाइ हवा ने अभी तक हरियाणा के कइ क्षेत्रों में उमस बढ़ा रखी है। इसके साथ ही अब मौसम विभाग ने आगामी दिनों में तेज बारिश होने की संभावना जताई है। हिसार में अभी दिन और रात्रि के तापमान में 10 डिग्री सेल्सियस का अंतर चल रहा है। गर्मी कम होने से लोगों को राहत मिली है तो फसलों को भी इस बारिश से काफी फायदा होगा। नदियों में भी कम बारिश होने के कारण जलस्तर कम हो रहा है।
आज 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चल सकती हैं हवाएं
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डा. मदन खिचड़ ने बताया कि इस समय 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवा भी चलने का अनुमान लगाया जा रहा है। इस दौरान कुछ एक स्थानों पर तेज बारिश होने की भी संभावना है। वहीं दक्षिणी हरियाणा और एनसीआर में मानसूनी बारिश हुई। अब धीमे-धीमे मानसून की सक्रियता और बढ़ेगी जिसका असर रविवार रात्रि से ही दिखने की संभावना है। प्रदेश के पाश्चिमी व दक्षिणी क्षेत्रों में कुछ एक स्थानों पर बारिश होने की संभावना है। मगर 12 जुलाई से मानसून की सक्रियता और बढऩे से राज्य के सभी क्षेत्रों में हवा व गरज चमक के साथ 15 जुलाई तक बारिश होने की संभावना है।
रविवार को यह रहा था तापमान
प्रदेश में रविवार को सबसे गर्म हिसार दर्ज किया गया था। यहां दिन का तापमान 41.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया दिनभर गर्म हवा ने हाल बेहाल कर दिया और रात भी अधिक गर्म रही। इसके साथ ही रात्रि तापमान 30 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। एक तरफ तो तापमान अधिक ऊपर से पुरवाइ हवा ने नमी बढ़ाई जिससे उमस का भी सामना करना पड़ा। इसके बाद सायं को हवा चली तो गर्मी कुछ कम हुई।