

हिसार, 16 जुलाई। डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा पर सिरसा में किसानों द्वारा हुए हमले के बाद हरियाणा पुलिस चौकन्नी हो गई। है। पुलिस प्रशासन ने अपनी तैयारियां मजबूत करते हुए एक बड़ी रणनीति बनाई है। अब वीआईपी लोगों की सुरक्षा में पुलिस की कंपनी तैनात होगी, ताकि सुरक्षा में सेंध न लग सके और उपद्रवियों को भी काबू किया जा सके।
हिसार रेंज आईजी राकेश कुमार आर्य ने अपने कार्यालय में मंडल के अंतर्गत आने वाले पांचों जिलों के पुलिस कप्तानों के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान कानून व्यवस्था, अपराध नियंत्रण, ताजा हालात और आगामी कार्य योजनाओं के बारे में विस्तार से चर्चा की गई। आज की बैठक में हिसार एसपी बलवान सिह राणा, फतेहाबाद एसपी राजेश कुमार, एसपी जींद वसीम अकरम, एसपी सिरसा अर्पित जैन, एसपी हांसी निकिता गहलोतसहित मंडल के सभी जिलों से आये डीएसपी भी उपस्थित रहे।
इस दौरान उन्होंने मंडल के पांचों जिलों में पांच कंपनियां तैयार करने को कहा गया है, जो वीआईपी की सुरक्षा के साथ-साथ हर परिस्थितियों से निपटने में सक्षम हों। एक कंपनी में 100 जवानों के हिसाब से हिसार मंडल मे 2500 जवानों को मॉक ड्रील का अभ्यास करवाया जायेगा। सभी जरुरी उपकरणों से लैस जवानों के लिये व्हीकल, रहने और खाने-पीने की सुविधाओ पर भी विशेष ध्यान देने के निर्देश दिये गए हैं। आईजी ने पुलिस लाईन हिसार पहुंच मॉक ड्रील और सुरक्षा तैयारियों का जायजा भी लिया। उन्होंने वीआईपी सुरक्षा घेरे और तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था का मंडल के पांचों पुलिस कप्तानोंं के साथ निरीक्षण किया।
इस दिशा में मंडल के पांचों जिलों में पुलिस ने अपनी तैयारियां शुरु कर दी हंै। वीआईपी के रास्तें मे रुकावट डालने, काफिले में सेंध लगाने और पत्थरबाजी की घटनाओं सें ना सिर्फ निपटने के बारे अभ्यास किया जा रहा, बल्कि ऐसे तत्वों पर प्रभावी कार्रवाई भी की जा सकेगी। बता दें कि ये एक ऐसी कार्य प्रणाली है, जिसमें वीआईपी की सुरक्षा को अभेद बनाया जा रहा है। जवान तीन लेयर में न केवल वीआईपी की सुरक्षा करेंगे, अपितु असामाजिक तत्वों पर जरुरतनुसार बल प्रयोग कर उन्हे काबू भी किया जाएगा। उपद्रवियों के भागने, छिपने के विकल्प भी नहीं बचेंगे।