स्कूली बस हादसे में छह बच्चों की मौत का मामला, लापरवाह जीएल पब्लिक स्कूल की मान्यता होगी कैंसिल, मृतक बच्चों के परिजनों को मिलेगा मुआवजा, घायलों का ईलाज सरकार करवाएगी
महेंद्रगढ़, 11 अप्रैल (जन सरोकार ब्यूरो)। स्कूल प्रशासन की लापरवाही से सडक़ पर बिखरे बच्चों के खून को देख कर सरकार की आंख भी खुल गई है। महेंद्रगढ़ के कनीना के एक प्राइवेट स्कूल जीएल पब्लिक स्कूल की खस्ताहाल बस के पलटने से छह बच्चों की मौत के मामले में सरकार ने प्रदेश के सभी स्कूलों की बसों की फिटनेस चैक करने के ऑर्डर जारी करने की बात कही है।
इस संदर्भ में परिवहन मंत्री असीम गोयल ने कहा कि सबंधित विभाग के अधिकारियों को फिटनेस चेक करने का सर्कुलर जल्द जारी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि डीटीओ को स्कूल के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के भी आदेश दे दिए गए हैं।
इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा है कि स्कूल की मान्यता कैंसिल करने के लिए विभाग को लिख दिया गया है।
हरियाणा के चीफ सेके्रटरी ने इस मामले में डीसी से पूरे की रिपोर्ट मांग ली है। माना जा रहा है कि रिपोर्ट आने के बाद सरकार सख्त कदम उठाने के मूड में है। इस हादसे में जान गंवाने वाले बच्चों के परिजनों को सरकार मुआवजा देगी और जख्मी बच्चों के ईलाज का सारा खर्च सरकार वहन करेगी। हरियाणा के पीडब्ल्यूडी मंत्री डॉ.बनवारी लाल ने भी रेवाड़ी में अस्पताल में उपचाराधीन बच्चों का हालचाल जाना।
गौरतलब है कि आज सुबह हुए दर्दनाक सडक़ हादसे में छह स्कूली बच्चों की मौत हो गई जबकि 15 से अधिक जख्मी हैं। घटना के सूचना के बाद पूरे हरियाणा में अभिभावक सिहर गए। घटना कनीना में हुई। ईद की छुट्टी के बावजूद कनीना के जीएल पब्लिक स्कूल की खस्ताहाल गांव सेहलंग, खेड़ी-तलवाना, खरकड़ा बास, धनौंदा रूट से करीब 43 बच्चों को लेकर स्कूल जा रही थी। बस ड्राइवर नशे में धुत्त था और बस को 120 की स्पीड़ पर दौड़ा रहा था। ओवरटेक करते बस कंट्रोल से बाहर हो गई और पेड़ से टकरा कर पलट गई। इस वीभत्स हादसे में पांच बच्चों की तो मौके पर ही मौत हो गई जबकि 1 ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
बताया गया है कि स्कूल की बस का फिटनेस सर्टिफिकेट एक्सपायर था। इसके अलावा और भी अनेक कमियां सामने आई हैं। बावजूद इसके, खस्ताहाल बस सडक़ पर बच्चों को लेकर चल रही थी।