-एसएमसी मैंबर और अभिभावक बोले- जल्द समाधान नहीं किया गया तो लघु सचिवालय के बाहर लगाएंगे पक्का मोर्चा
फतेहाबाद।
सरकारी स्कूलों में किताबों, अध्यापकों की कमी, मॉडल संस्कृति स्कूल में इंग्लिश मीडियम के नाम पर पहली कक्षा से ही फीस लगाने आदि मुद्दों को लेकर एसएमसी कमेटी व अभिभावकों की एक मीटिंग पुरानी कोर्ट रोड स्थित दीनदयाल पार्क में हुई। बैठक की अध्यक्षता सीनियर सैकेण्डरी स्कूल फतेहाबाद प्रबंधन समिति के प्रधान शिवदयाल ने की। बैठक में कई गांवों की स्कूल प्रबंधन समितियों, शिक्षा समितियों, विद्यार्थियों व अभिभावकों के साथ अन्य संगठनों और जागरूक नागरिकों ने भाग लिया। मीटिंग के बाद सरकारी स्कूल संघर्ष समिति व अभिभावक मंच का गठन किया गया। अभिभावकों की उपरोक्त मांगों का हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ ने भी समर्थन करते हुए सहयोग करने की घोषणा की।
मीटिंग में यह निर्णय लिया गया कि सरकारी स्कूलों को सरकार व प्रशासन द्वारा पूर्णतया नजरअंदाज करने के विरोध में 13 जून सोमवार को विभिन्न गांवों से पैदल मार्च का आयोजन किया जाएगा। उल्लेखनीय हैं कि स्कूल प्रबंधक समिति व अभिभावक मंच ने 17 मई को ज्ञापन देकर उपरोक्त मांगों बारे उपायुक्त को अवगत कराया था। उन्होंने 15 दिन में हल करने का वायदा किया था, जो अभी तक भी पूरा नहीं हुआ है। इस पैदल मार्च में अलग-अलग गांवों से स्कूल में पढऩे वाले बच्चे, उनके अभिभावक और जागरूक नागरिक साथ चलेंगे। वक्ताओं ने कहा कि सरकारी स्कूलों में पिछले 2 साल से और इस सत्र के ढ़ाई महीने बीत जाने के बाद भी पहली से आठवीं कक्षा तक किताबें नहीं आई हैं। सभी स्कूलों में अध्यापकों की भारी कमी है। प्रदेश के स्कूलों में अध्यापकों की 40 हजार स्वीकृत पद खाली पड़े हैं। भिरड़ाना के प्राइमरी स्कूल में 375 बच्चों पर केवल एक अध्यापक है और इसे मॉडल संस्कृति स्कूल का दर्जा दिया गया है। इसके अलावा सभी स्कूलों में सफाई कर्मचारी, चौकीदार, माली व क्लर्क के पद खाली पड़े हैं।
रविवार को फतेहाबाद में हुई मीटिंग में गांव भूथन कलां, जांडली, फतेहाबाद शहर, भिरड़ाना, बरसीन, बीसला, मानावाली, बीघड़, माजरा, फूलां, तामसपुरा, रतिया, भट्टू आदि गांवों से स्कूल प्रबंधन समिति व गांव के लोग शामिल रहे। मीटिंग के बाद 13 जून के पैदल मार्च और पड़ाव के लिए एक कमेटी का गठन किया गया। आज की मीटिंग में रिटायर्ड कर्मचारी संघ के नेता बेगराज प्रधान, सुभाष कंबोज, धर्मपाल जांडली, वीनू जांडली, वेदपाल बरसीन, यशपाल भडोलांवाली, एडवोकेट शहनवाज, पवन भूथन, माईराम भिरड़ाना, संतोष, निर्मला, हरप्रीत, पूर्ण सिंह आदि शामिल रहे। सभी मांग मुद्दों के हल तक किसान आंदोलन की तर्ज पर पक्का मोर्चा लगाया जाएगा।