हिमाचल में 12 नवंबर को पोलिंग, 27 दिन बाद आएगा नतीजा बीच के 26 दिन में गुजरात चुनाव संभव
जन सरोकार । नईदिल्ली
चुनाव आयोग ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान किया है। हिमाचल प्रदेश में एक फेज में वोटिंग होगी। 12 नवंबर को वोट डाले जाएंगे जबकि वोटिंग की गिनती 27 दिन बाद 8 दिसंबर को होगी।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए सिंगल फेज में 12 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। नतीजे 8 दिसंबर को घोषित होंगे। चुनाव आयोग ने शुक्रवार को चुनाव की तारीखों का ऐलान किया। हिमाचल विधानसभा का कार्यकाल 8 जनवरी 2023 को खत्म हो रहा है।
इसी साल गुजरात में भी विधानसभा चुनाव होने हैं, लेकिन आयोग ने वहां के लिए इलेक्शन शेड्यूल का ऐलान नहीं किया है। इधर, हिमाचल में 12 नवंबर को वोट डालने के बाद से नतीजे आने की तारीख 8 दिसंबर के बीच 26 दिन का समय है। माना जा रहा है कि गुजरात में विधानसभा चुनाव इस 26 दिन की अवधि में ही कराए जाएंगे।
गुजरात चुनाव की तारीखों का ऐलान क्यों नहीं?
चुनाव आयोग ने कहा- इस मामले में कई तथ्यों पर विचार किया गया। इनमें तारीखों का ऐलान, तारीखों के बीच अंतर और मौसम शामिल हैं। इस मामले में चुनाव आयोग ने 2017 का पैटर्न ही फॉलो किया, जब गुजरात और हिमाचल के चुनाव अलग-अलग तारीखों में कराए गए थे।
2017 में भी वोटिंग अलग-अलग और रिजल्ट एक ही दिन आए थे
2017 में भी हिमाचल में विधानसभा चुनाव की घोषणा 13 अक्टूबर को की गई थी। जबकि, ठीक 12वें दिन गुजरात विधानसभा चुनाव का ऐलान किया गया था। तब हिमाचल में एक ही दिन 9 नवंबर को 68 सीटों पर वोटिंग करवाई गई थी। जबकि, गुजरात में दो फेज में 9 और 14 दिसंबर को पोलिंग हुई थी। दोनों राज्यों में एक ही दिन 18 दिसंबर को रिजल्ट की घोषणा की गई थी। आपको बता दें कि साल 2017 में हिमाचल प्रदेश में एक चरण में चुनाव हुए थे। 9 नवंबर 2017 को सभी 68 सीटों पर वोट डाले गए थे और 18 दिसंबर को वोटों की गिनती हुई थी तब बीजेपी को प्रचंड बहुमत मिली थी। बीजेपी ने तब 44 सीटों पर कब्जा किया था जबकि कांग्रेस 21 सीटों पर ही सिमट गई थी बाकी तीन सीटें अन्य के खाते में गई थी।
पिछली बार 70 दिनों का गैप था, इस बार 40 दिन
पिछली बार हिमाचल प्रदेश में वोटिंग और काउंटिंग के बीच 70 दिन का गैप था, जबकि 2012 में यह गैप 81 दिन का था। चुनाव आयोग के सूत्रों के मुताबिक, इस लंबे दिनों के अंतर से आदर्श आचार संहिता (मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट) लागू होने की अवधि बढ़ गई। हम नहीं चाहते कि पूरी चुनाव प्रक्रिया बहुत लंबी अवधि तक जारी रहे।
इस बार गुजरात और हिमाचल प्रदेश का कार्यकाल समाप्त होने में 40 दिनों का अंतर है। 14वीं गुजरात विधानसभा का कार्यकाल अगले साल 18 फरवरी को समाप्त होगा, जबकि 13वीं हिमाचल प्रदेश विधानसभा का कार्यकाल 8 जनवरी, 2023 को समाप्त होगा। गुजरात में मतदान की तारीखों की घोषणा आने वाले हफ्तों में होने की उम्मीद है।
चुनाव आयोग के फैसले पर कांग्रेस का हमला
गुजरात में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं करने पर कांग्रेस पार्टी ने इलेक्शन कमीशन पर हमला बोला है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पर लिखा- “जाहिर है, यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कुछ बड़े वादे करने और नई योजनाओं के लोकापर्ण के लिए अधिक समय देने के लिए किया गया है। चुनाव आयोग ने दो राज्यों में चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भाजपा के शीर्ष नेताओं की रैलियों और यात्राओं को पूरा समय देने का काम किया है।
गुजरात में 182 विधानसभा सीटों पर होना है चुनाव
गुजरात में विधानसभा की कुल 182 सीटों पर चुनाव होना है। चुनावों की तारीख का ऐलान होते ही पूरे राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी। गुजरात सरकार का कार्यकाल 18 फरवरी 2023 को खत्म हो रहा है। आपको बता दें कि साल 2017 में गुजरात में विधानसभा का पिछला चुनाव हुआ था। यहां अभी बीजेपी सरकार चला रही है ऐसे में इस बार वह अपनी सत्ता बचाने के लिए चुनावी समर में उतरेगी। कांग्रेस मुख्य विपक्षी पार्टी है लेकिन इस बार इन राज्यों में आम आदमी पार्टी (AAP) मजबूती से चुनाव लड़ रही है। पंजाब के विधानसभा चुनाव में मिली जीत के बाद से उसके हौंसले बुलंद हैं।
गुजरात विधानसभा में बहुमत के लिए 92 सीटें जरूरी
बता दें कि गुजरात विधानसभा में कुल 182 सीटें हैं और बहुमत के लिए 92 सीटें जरूरी होती हैं। यहां पिछली बार दो चरणों में 9 दिसंबर और 14 दिसंबर 2017 को वोटिंग हुई थी। इसमें बीजेपी ने कुल 99 सीटों पर कब्जा किया था वहीं, कंग्रेस के खाते में 77 सीटें और अन्य पार्टियों को 6 सीटों पर जीत हासिल हुई थी।