शैलजा ने कहा कि सरकार कोरोना की दूसरी लहर में निजी अस्पतालों द्वारा की जा रही भारी वसूली पर रोक लगाए और निजी अस्पतालों की लूट का शिकार हो रहे लोगों को न्याय दिलाने के लिए जिला स्तर पर कमेटियों का गठन करे।
चंडीगढ़। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री शैलजा ने कहा कि प्राइवेट अस्पतालों द्वारा कोरोना पीडि़तों से मनमानी वसूली की जा रही है। इसी के साथ प्रदेश में वैक्सीनेशन का काम भी धीमी गति से चल रहा है। यहां जारी बयान में शैलजा ने कहा कि सरकार कोरोना की दूसरी लहर में निजी अस्पतालों द्वारा की जा रही भारी वसूली पर रोक लगाए और निजी अस्पतालों की लूट का शिकार हो रहे लोगों को न्याय दिलाने के लिए जिला स्तर पर कमेटियों का गठन करे। जिन कमेटियों का गठन हो वे आने वाली शिकायतों की जांच करें और जिन मरीजों से उपचार के नाम पर अधिक पैसा वसूली की गई है, उन्हें पैसा वापस दिलवाकर अस्पताल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
शैलजा ने कहा कि हरियाणा सरकार अगस्त तक अधिकतम लोगों को टीकाकरण किए जाने की बात र रही है जबकि पिछले कुछ समय से वैक्सीनेशन की गति बहुत कमजोर है। उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश में 18 साल से अधिक आयु के लोगों की संख्या एक करोड़ 90 लाख के आसपास है और अभी केवल 50 लाख लोगों को ही टीका लगा है। यदि इस तरह से चला तो कई महीने लग जाएंगे। सरकार हवा में बात न करे। कांग्रेस नेत्री ने कहा कि गेहूं की फसल खरीदने को लेकर सरकार ने तरह-तरह के बहाने बनाए और फसल नहीं खरीदी। बाद में गेहूं की फसल खरीद पर रोक लगा दी गई जिससे बहुत सारे किसानों की फसल उनके घरों में ही खुले में पड़ी खराब हो रही है। बहुत से किसान सस्ते रेटों में प्राइवेट एजेंसियों को फसल बेचने पर विवश हैं। जिन किसानों ने फसल बेच दी उन्हें एक महीने से अधिक समय बीतने के बावजूद पैसा नहीं दिया गया। सरकार दावा करती है कि वह 72 घंटे में फसल का भुगतान कर रही है। उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की कि किसानों की फसल का एक एक दाना खरीदना निश्चित करे।