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Saturday, November 23, 2024
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पंजाब : सुनील जाखड़ से होते हुए रंधावा तक पहुंची बात, फिर आखिरकार दलित नेता चरणजीत सिंह चन्नी के नाम पर लगी मुहर

पार्टी प्रभारी हरीश रावत ने ट्वीट कर दी जानकारी, शाम साढ़े 6 बजे गवर्नर से मिलेंगे, चरणजीत चन्नी पिछली अकाली-भाजपा सरकार के वक्त पंजाब विधानसभा में कांग्रेस की तरफ से विपक्ष के नेता रह चुके हैं

चंडीगढ़, 19 सितंबर। कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के 24 घंटे बाद आखिरकार पंजाब के नए मुख्यमंत्री का नाम तय हो ही गया। कांग्रेस के दलित नेता चरणजीत सिंह चन्नी राज्य के नए मुख्यमंत्री होंगे। हालांकि, कल से मुख्यमंत्री के नाम को लेकर राजनीति चरम पर थी। कल रात तक सुनील जाखड़ का नाम सबसे आगे रहा तो रविवार को सुखजिंदर सिंह रंधावा का नाम करीब-करीब फाइनल कर दिया गया। लेकिन, अचानक सिद्धु के रुख मोडऩे के साथ ही कांग्रेस हाइकमान ने पंजाब के दलित चेहरे पर भरोसा जताया और प्रदेश कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने ट्वीट करके चरणजीत सिंह चन्नी के विधायक दल के नेता चुने की सूचना दे दी। इसी बीच, रावत ने राज्यपाल से मुलाकात का वक्त भी ले लिया। यानि, आज ही मुख्यमंत्री पद पर शपथ हो जाएगी। माना जा रहा है कि दो डिप्टी सीएम भी बनाए जा रहे हैं।
घटनाक्रम के मुताबित, इससे पहले सीएम के लिए सुखजिंदर सिंह रंधावा (सुक्खी) के नाम पर सहमति बन गई थी, लेकिन नवजोत सिद्धू उनके नाम पर राजी नहीं थे। सिद्धू ने खुद को सीएम बनाने का दावा ठोंका था, लेकिन वे पंजाब कांग्रेस के प्रधान हैं, इसलिए हाईकमान ने उनके नाम को हरी झंडी नहीं दी। इसके बाद सिद्धू खेमे ने दलित मुख्यमंत्री बनाने की बात कही। चन्नी भी कैप्टन के खिलाफ बगावत करने वाले ग्रुप में शामिल थे। सिद्धू की तरफ से चन्नी का नाम रखने के पीछे खास वजह है। दरअसल, सिद्धू ऐसा सीएम चाहते हैं जो उनकी बात सुने, लेकिन सुखजिंदर रंधावा का स्वभाव उस तरह का नहीं है।

रंधावा का नाम चला तो वे विधायकों से मिलने पहुंचे
इससे पहले जब माझा इलाके के बड़े नेता सुखजिंदर सिंह रंधावा का नाम मुख्यमंत्री पद के लिए सामने आया था, तो वे अपने घर से निकलकर विधायक कुलबीर जीरा के घर पहुंच गए। यहां करीब आधे घंटे रुकने के बाद वे निकल गए। हालात को देखते हुए कांग्रेस के ऑब्जर्वर अजय माकन, हरीश चौधरी और पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत नए सिरे से विधायकों का फीडबैक लिया। उनसे पूछा गया था कि वे किसे मुख्यमंत्री देखना चाहते हैं? इसी बीच कांग्रेस विधायक परमिंदर पिंकी ने कहा कि पंजाब सिख स्टेट है, इसलिए यहां किसी सिख चेहरे को ही सीएम बनाया जाना चाहिए।
पंजाब में नए मुख्यमंत्री का नाम तय करने के साथ ही दो डिप्टी सीएम बनाने का फैसला भी लिया गया है। बताया जा रहा है कि अरुणा चौधरी और भारत भूषण आशु के नाम डिप्टी सीएम के लिए तय किए गए हैं। हिंदू नेता भारत भूषण आशु लुधियाना वेस्ट से 2012 और 2017 में विधायक चुने गए थे। वे कैप्टन सरकार में फूड, सिविल सप्लाई एंड कंज्यूमर अफेयर्स मिनिस्टर भी रहे हैं। अरुणा चौधरी गुरदासपुर के दीनानगर से विधायक और दलित नेता हैं। वे कैप्टन सरकार में सामाजिक सुरक्षा और महिला एवं बाल विकास मंत्री रही हैं। वे 2002, 2012 और फिर 2017 में दीनानगर से ही विधायक चुनी गई थीं।

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