अब फैसला शहरवासियों पर : एक तरफ विरेन्द्र तो दूसरी तरफ जबरदस्ती थोंपा गया उम्मीदवार
फतेहाबाद।
19 जून को होने वाले नगरपरिषद चेयरमैन चुनाव को लेकर अब पंजाबी समुदाय खुलकर एडवोकेट विरेन्द्र के समर्थन में उतर आया है। पंजाबी वेलफेयर सोसाइटी फतेहाबाद के संयोजक मुरारी मदान ने आज एडवोकेट विरेन्द्र को खुला समर्थन देने की घोषणा करते हुए शहरवासियों से भी आह्वान किया कि फतेहाबाद चेयरमैन पद के लिए एडवोकेट विरेन्द्र ही सबसे उपयुक्त उम्मीदवार है। वे विकास की सोच के साथ चुनाव मैदान में उतरे हैं। एडवोकेट विरेन्द्र ही ऐसे व्यक्ति है जो खुले दिल व खुले हाथों से नगरवासियों की सभी प्रकार की की समस्याओं का समाधान करवा सकते हैं ना कि कोई ‘रबड़ स्टाम्प उम्मीदवारÓ। इसी के चलते पंजाबी वेलफेयर सोसाइटी ने इस चुनाव में सर्वसमाज के विकास की सोच रखने वाले विरेन्द्र एडवोकेट को समर्थन देने का निर्णय लिया है।
मुरारी मदान ने कहा कि कुछ भाजपा वक्ता अपनी सभाओं में सरेआम कह रहे हैं कि पार्टी ने एक योग्य उम्मीदवार को टिकट देनी थी, इसका मतलब यही हुआ कि भाजपा पार्टी में अभी तक कोई योग्य उम्मीदवार नहीं था जोकि उन्हें बाहर से इम्पोर्ट करना पड़ा। पार्टी ने जो टिकट के दावेदार थे, उनमें से किसी को भी जनसेवा के योग्य नहीं समझा। पार्टी ने ऐसे व्यक्ति को ढूंढा, पार्टी में शामिल किया और अगले ही दिन उसे योग्य करार देते हुए पार्टी का टिकट थमाकर पार्टी के सभी कर्मठ, योग्य व निष्ठावान कार्यकर्ताओं को अपमानित करने का काम किया है। मुरारी मदान ने कहा कि अब फैसला शहरवासियों की सोच पर निर्भर करता है कि वे अपने विवेकानुसार व अंतरआत्मा की आवाज पर किसे चुनते हैं। उनके साथ एक योग्य उम्मीदवार एडवोकेट विरेन्द्र है और दूसरी तरफ दो दिन पहले आयातित और जबरदस्ती थोंपा हुआ उम्मीदवार। मुरारी मदान ने दावा किया कि शहर के सभी 27 वार्डों में घूमने के बाद जो जनभावनाएं, जज्बात और विचार सामने आ रहे हैं उससे लगता है कि शहरवासी एडवोकेट विरेन्द्र्र के पक्ष में एकतरफा फैसला ले चुके हैं, बस इन्तजार 19 जून का है।