करनाल: पति के साथ मिलकर अगस्त 2001 में अपने ही पूर्व विधायक पिता रेलू राम पूनिया सहित परिवार के आठ सदस्यों को मौत के घाट उतार देने वाली सोनिया को अब जेल से बाहर आने की उम्मीद जगी है। पिछले करीब एक साल पहले उनके द्वारा सजा के 20 साल पूरे होने पर रिहाई के लिए लगाई गई अपील को पंंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने संज्ञान लिया है। अदालत के आदेश पर मंगलवार को पीजीआई चंडीगढ़ के एक पैनल द्वारा उनकी मेडिकल जांच की गई, जिसकी रिपोर्ट अदालत में ही सौंपी जाएगी। इसके बाद अदालत सोनिया की अपील पर अगला निर्णय ले सकती है।
बता दें कि सोनिया पिछले करीब एक साल से करनाल जेल में बंद है जबकि इससे पहले भी उसे कुछ समय के लिए इसी जेल में रखा गया था। उसका पति संजीव फिलहाल झज्जर जेल में है। हालांकि पहले सोनिया पर अलग-अलग जेलों में प्रशासन व बंदियों के साथ अच्छा व्यवहार न रखने व जेल में आत्महत्या के प्रयास के भी आरोप लगते रहे हैं, लेकिन कोरोना काल के दौरान सोनिया के जीवन में जेल में रहते हुए अहम बदलाव देखने को मिला था। तिनका-तिनका फाउंडेशन की ओर से जेल में शुरू किए गए रेडियो के कार्यक्रमों में उसने अहम भूमिका निभाई तो वहीं सर्वश्रेष्ठ आरजे होने का अवार्ड भी जीता था।