लंबित मांगों का समाधान न होने से ग्रामीण सफाई कर्मचारियों में रोष : बेगराज

नागपुर।
ग्रामीण सफाई कर्मचारियों के साथ प्रदेश सरकार भेदभावपूर्ण व्यवहार कर रही है। कड़ी मेहनत के बावजूद इन कर्मचारियों को सरकार द्वारा उनका पूरा हक नहीं दिया जा रहा जिससे ग्रामीण सफाई कर्मचारियों में भारी रोष है। शुक्रवार को ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन सम्बंधित सीटू के आह्वान पर नागपुर ब्लाक के ग्रामीण सफाई कर्मचारियों ने नागपुर बीडीपीओ कार्यालय पर धरना दिया और नारेबाजी कर रोष जताया। धरने की अध्यक्षता ब्लाक प्रधान जगदीश ने की व संचालन भाल सिंह ने किया। धरने को जिला प्रधान बलबीर सिंह, सचिव बेगराज, कोषाध्यक्ष हरपाल सिंह, पूर्ण सिंह, प्रगट सिंह, बेअंत कौर, करनैल कौर, आत्माराम, सुमन, जसवीर कौर, ब्लाक प्रधान पवन कुमार, दीपक दरियापुर, सुरेन्द्र झलनियां, हुकम सिंह बोसवल, पवन ठोबा, गुलजारी, चानन सिंह हड़ौली सहित अनेक कर्मचारियों ने भाग लिया। धरने को संबोधित करते हुए जिला प्रधान बलबीर सिंह व सचिव बेगराज ने कहा कि आज ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को अपना काम करने के लिए अनेक तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। न तो उनके पास सफाई के औजर है और न ही रिक्शा-रेहड़ी। वहीं अनेक गांवों में कूड़ा फैंकने के लिए जगह तक नहीं है। ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को समय पर मानदेय तक नहीं दिया जा रहा, जिस कारण उन्हें परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। उन्होंने सरकार से ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को पॉलिसी बनाकर नियमित करने के अलावा कर्मचारियों को ईएसआई कार्ड, इपीएफ खाता नंबर देने, सफाई कार्य के लिए तमाम संसाधन जैसे रेहड़ी-रिक्शा, झाडू, कस्सी, तसला, हावड़ा, मास्क व दस्ताने खंड विकास पंचायत अधिकारी कार्यालय के माध्यम से दिलवाने, मृतक कर्मचारी के आश्रितों को 2 लाख रुपए बीमा व परिवार के किसी एक सदस्य को रोजगार उपलब्ध करवाने, हर महीने की 7 तारीख तक मानदेय का भुगतान करने व गांवों में कूड़ा डालने के लिए जगह उपलब्ध करवाने की मांग की है।