वायदाखिलाफी को लेकर ग्रामीण सफाई कर्मचारियों का प्रदर्शन, एडीसी को सौंपा ज्ञापन
जन सरोकार | फतेहाबाद
पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली द्वारा ग्रामीण सफाई कर्मियों से किया गया उनका वायदा याद दिलवाने को लेकर वीरवार को जिले के फतेहाबाद, भट्टू एवं नागपुर ब्लॉक के ग्रामीण सफाई कर्मचारियों ने फतेहाबाद में रोष प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने पंचायत मंत्री के नाम एक पत्र अतिरिक्त जिला उपायुक्त को सौंपा। प्रदर्शन की अध्यक्षता यूनियन के जिला प्रधान बलबीर सिंह ने की व संचालन सचिव बेगराज ने किया। आज के प्रदर्शन को सीटू जिला प्रधान जंगीर सिंह, जिला सचिव ओमप्रकाश अनेजा, हरपाल सिंह भूथन, सुनील कुमार, जगदीश, पवन, सुरेन्द्र, रवि सहित अनेक कर्मचारी नेताओं ने भी संबोधित किया।
20 अगस्त को किया था प्रदर्शन
प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुए ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन के जिला प्रधान बलबीर सिंह व सचिव बेगराज ने कहा कि 20 अगस्त को प्रदेशभर के हजारों ग्रामीण सफाई कर्मचारियों ने मंत्री के टोहाना विधान सभा कार्यालय पर महापड़ाव डाला था।
मंत्री ने दो घंटे तक की थी वार्ता
महापड़ाव शुरू हुआ तो पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली ने यूनियन के प्रतिनिधिमंडल को वार्ता के लिए बुला कर करीबन दो घण्टे वार्ता की और सभी मांगों का समाधान करते हुए 30 सितम्बर तक अवगत करवाने का वायदा किया था। मंत्री ने यूनियन को आश्वासन दिया था कि वेतन बढ़ोतरी, मंहगाई भत्ता लागू करने, वार्षिक वेतन बढ़ोतरी, नियुक्ति का नया पैमाना तय करने, वर्दी धुलाई भत्ता लागू करने, बीडीपीओ के माध्यम से औजारों का वितरण करने, एक्सग्रेसिया नीति लागू करने, पंचायत की बजाय बीडीपीओ के पेरोल पर लेने, डोर टू डोर के कर्मचारियों को समय पर वेतन और ग्रामीण सफाई कर्मियों के बराबर वेतन देने, कर्मचारी की मौत पर मिलने वाले मुआवजे के लिए लगी शर्तें आसान करने आदि मांगों पर सहमति प्रकट करते हुए मुख्यमंत्री से बात करके 30 सितम्बर तक यूनियन को अवगत करवाने की बात कही थी।
निदेशक से बैठक करवाने की कही थी बात
उन्होंने कहा था कि इसी अवधि में पहले से जारी आदेशों को लागू करने में आ रही समस्याओं पर विभागीय के निदेशक के साथ यूनियन की मीटिंग करवाकर उनको हल कर दिया जाएगा, लेकिन आज 47 दिन बीत जाने के बाद न तो मांगों के समाधान बारे अवगत करवाया और न ही निदेशक के साथ विभागीय मसलों पर यूनियन की वार्ता करवाई जबकि यूनियन नेताओं ने 9 सितम्बर को मंत्री के गांव में मुलाकात करके जल्द से जल्द सहमति को लागू करने की मांग की और मंत्री ने फिर वही आश्वासन दिया।
नेता बोले- किया जा रहा है शोषण
यूनियन नेताओं ने कहा कि सरकार डोर टू डोर के नाम पर 2500 रुपये से लेकर 12500 रुपये मासिक वेतन देकर कर्मचारियों को लगाकर भंयकर शोषण कर रही है। जब ये डोर टू डोर के कर्मचारी अपने ठेकेदार से वेतन मांगते हैं तो बिना वेतन भुगतान किये काम से हटा दिया जाता है, जिसको किसी भी सूरत में बर्दाश्त नही किया जा सकता।
जल्द समाधान नहीं हुआ तो करेंगे हड़ताल
यूनियन नेताओं ने कहा कर्मचारियों की मांगों का जल्द समाधान नही हुआ तो प्रदेश भर के ग्रामीण सफाई कर्मचारी अपने संघर्ष को तेज करते हुए मुख्यमंत्री आवास का घेराव और हड़ताल करने पर मजबूर होंगे। इसकी योजना बनाने के लिए 15 व 16 अक्टूबर को दो दिवसीय बैठक बुलाई गई है। ग्रामीण सफाई यूनियन ने 19 व 20 अक्टूबर को प्रदेश के नगर निगम, नहर पालिकाओं और परिषदों के कर्मचारियों की होने वाली राज्यव्यापी हड़ताल का भी समर्थन करती है।