-मनप्रीत मन्नू और जगरूप रूपा सहित मारे गए पांच गैंगस्टर्स, भारत पाकिस्तान बॉर्डर से दस किलोमीटर दूर अमृतसर के भकाना गांव में एनकाऊंटर की कार्रवाई
-गैंगस्टर्स ने पुलिस पर की थी एके47 से फायरिंग
अमृतसर, 20 जुलाई: पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला के मर्डर प्रकरण मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पंजाब ने पुलिस ने चार गैंगस्टर्स को बुधवार को अमृतसर में मार गिराया। भारत-पाकिस्तान की सीमा से करीब दस किलोमीटर की दूरी पर स्थित होशियारनगर में करीब पांच घंटे तक एनकाऊंटर चला। सूत्रों के अनुसार मरने वाले गैंगस्टर्स जगरूप रूपा और मनप्रीत मन्नू हैं। मारे गए दो अन्य गैंगस्टर्स की पहचान अभी नहीं हो पाई है। अटारी से विधायक जसविंदर रामदास ने भी दावा किया है कि एनकाउंटर में 4 गैंगस्टर्स मारे गए हैं। पंजाब पुलिस ने अभी यह कन्फर्म नहीं किया है कि मारे गए लोग गैंगस्टर्स हैं या फिर आतंकवादी। पुलिस थोड़ी देर में पूरे ऑपरेशन के बारे में जानकारी देगी। पुलिस को सूचना मिली थी कि मूसेवाला के मर्डर के बाद ये सभी पाकिस्तान भागने की फिराक में थे इसीलिए ये बॉर्डर के पास ठहरे थे। ये सभी भकना गांव में खेत में बने एक मकान में छिपे हुए थे। ग्रामीणों ने बताया कि यहां कोई नहीं रहता था। पिछले 52 दिन से पुलिस की टीमें इनकी तलाश कर रही थीं।
दो किलोमीटर का इलाका किया गया था सील
एनकाउंटर के दौरान एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स, स्पेशल ऑपरेशन सेल, आर्गनाइज्ड क्राइम कंट्रोल यूनिट मौजूद थी। इसके अलावा पुलिस के बेस्ट शूटर और क्विक रिएक्शन टीम भी पहुंची थी। एनकाउंटर के दौरान पुलिस ने 2 किलोमीटर का इलाका सील कर दिया था। लोगों को हिदायत दी थी कि ऑपरेशन के दौरान वे घरों में ही रहें।
गैंगस्टर्स ने एके 47 से पुलिस पर की फायरिंग
पुलिस ने गैंगस्टर्स को सुबह करीब 11 बजे घेरा था। शुरुआती दो घंटों में दोनों तरफ से जोरदार फायरिंग हुई। गैंगस्टर्स ने पुलिस पर एके-47 से गोलियां दागीं। पुलिस का कहना है कि मूसेवाला के कत्ल में इस्तेमाल हुए हथियार इन्हीं गैंगस्टर्स के पास थे। वे इन्हीं हथियारों से पुलिस पर हमला कर रहे थे।
मनप्रीत मन्नू ने ही मूसेवाला को मारी थी पहली गोली
शार्पशूटर मन्नू कुस्सा गैंगस्टर, लॉरेंस और उसके कनाडा में बैठे साथी गोल्डी बराड़ का करीबी है। 29 मई को मानसा के जवाहरके गांव में मूसेवाला को एके47 से पहली गोली मन्नू ने ही मारी थी। जेल में मन्नू की पिटाई का एक वीडियो वायरल किया गया था। मन्नू को शक था कि बंबीहा गैंग ने उसे पिटवाकर बदनामी कराई। जिस वजह से वह गुस्से में था। पुलिस की जांच में सामने आया था कि मूसेवाला की हत्या करने वाले जगरूप रूपा और मनप्रीत मन्नू कुस्सा कत्ल के बाद पंजाब में ही घूमते रहे। सूत्रों के मुताबिक, जून के अंत तक वे तरनतारन के एक गांव में छिपे रहे। रूपा इसी इलाके का रहने वाला था। यहां पर दूसरे गैंगस्टर तूफान ने उन्हें अपने फार्म हाउस में छिपा रखा था। इनके साथ गैंगस्टर रईया भी मौजूद था।