शेर के जरिए कसा तंज-तरस आता है मेरे हाकिम की फकीरी पर, जो गरीबों से उनके पसीने की कमाई मांगे
चंडीगढ़, 11 अगस्त (जन सरोकार ब्यूरो): पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने हरियाणा में राशन डिपोधारकों को तिरंगा बेचने के लिए कहना सरकार का कदम गलत है। गरीबों को जबरन तिरंगा बेचा जाना पूरी तरह से अनूचित है। चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत करते हुए भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने प्रदेशवासियों को रक्षाबंधन की बधाई देेते हुए कहा कि आजादी के के 75 साल हो गए हैं और तिरंगा लहराना चाहिए। हुड्डा ने एक शेर के जरिए सरकार पर तंज कसा। हुड्डा ने कहा कि ‘तरस आता है मेरे हाकिम की फकीरी पर, जो गरीबों से उनके पसीने की कमाई मांगे…। हुड्डा ने कहा कि आज प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर है और लोग त्रस्त है। आलम यह है कि सरकार के ही विधायक विधानसभा सत्र में सवाल उठा रहे थे और सरकार के विधायकों ने ही उसके ढोल की पोल खोल दी। हुड्डा सरकार की ओर से गठित एसआईटी पर भी सवाल उठाए। हुड्डा ने कहा कि एसआईटी सरकार बनाती है, लेकिन रिपोर्ट नहीं आती है। एसआईटी का मतलब सिटिंग इन्वेस्टिगेशन ऑन टेबल हो गया है। हुड्डा ने कहा सरकारी स्कूलों में सुविधाओं की कमी है। शिक्षकों के 38 हजार पद खाली हैं। इसको लेकर भावी अध्यापकों का प्रतिनिधिमंडल उनसे मिला था। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भावी अध्यापक भर्ती की मांग को लेकर घूम रहे हैं, लेकिन मुख्यमंत्रीी उनकी बात तक सुनने को तैयार नही हैं। हुड्डा ने कहा कि सरकार शिक्षकों की भर्ती नहीं कर रही है।