-एक-एक कर सबको नौकरी से निकाला, फोन भी खुद करता अटैंड, क्या सुधीर की कैद में थी सोनाली!
हिसार, 27 अगस्त (जन सरोकार ब्यूरो): सुधीर सांगवान जब से सोनाली की लाइफ में आया, उसके तमाम कार्यों में दखल देने लगा था। सोनाली का भरोसा जीतने के बाद सुधीर किसी को भी उसके पास फटकने नहीं देता था। एक-एक करके सुधीर ने सोनाली के स्टाफ के सभी पुराने सदस्यों को फार्महाऊस से चलता कर दिया। हिसार का ऋषभ बैनीवाल सोनाली का मैनेजर रहा। सुधीर सोनाली के साथ बेशक साल 2019 में जुड़ा था, पर सोनाली को अपनी बहन मानने वाला ऋषभ बैनीवाल सुधीर से कई साल पहले से ही सोनाली के साथ जुड़ा हुआ था। आदमपुर चुनाव में चुनावी प्रबंधन का जिम्मा भी ऋषभ के पास था। सोनाली के म्यूजिक और फिल्मी प्रोजेक्ट ऋषभ देखता था। सोनाली का एक नंबर भरोसेमंद था ऋषभ। अक्तूबर 2019 में आदमपुर का चुनाव हुआ। सुधीर नया-नया सोनाली से जुड़ा था। ऐसे में चुनाव प्रबंधन की कमान तो वो ऋषभ से नहीं छीन सका, पर तभी से उसने ऋषभ के खिलाफ चक्रव्यूय बुनना शुरू कर दिया। कुछ समय बाद ही स्थिति ऐसी पैदा हो गई कि ऋषभ ने नौकरी छोड़ दी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ऋषभ ने सोनाली की मौत के बाद बताया कि सुधीर किसी को सोनाली के साथ फटकने नहीं देता था। उसने नौकर बदले, सभी को सोनाली से दूर करने की फिराक में रहता था। ऋषभ के बाद जिस दूसरे किरदार को सोनाली की लाइफ से सुधीर ने चलता किया वो था उमेद सिंह। उमेद सिंह सोनाली की गाड़ी ड्राइव करता था। ड्राइवर अपने मालिक का वफादार माना जाता है। उमेद की मानें तो सुधीर बहुत दखल देने लगा था। सोनाली कुछ काम के लिए सुधीर को पैसे देती तो वो आगे पूरे पैसे नहीं देता था। मैडम के मोबाइल भी वो अटैंड करने लगा। आखिर उमेद को भी सुधीर ने चलता कर दिया, इसके बाद सोनाली की गाड़ी सुधीर ज्यादातर खुद चलाता था। साल 2021 में सोनाली के संतनगर के घर में चोरी हुई। फरवरी 2021 में एफआईआर दर्ज करवाई गई। सुधीर ने इस चोरी की आड़ में अब निशाने पर लिया सोनाली के लिए सुबह-शाम खाना बनाने वाले कुक और घरेलू नौकर को। दोनों की छित्तर परेड करवाई और चोरी का इल्जाम लगाकर उन्हें वहां से चलता कर दिया। इसी तरह से नंबर आया सोनाली के फार्महाऊस में काम करने वाले माली का। माली ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में बताया कि मैडम के हर काम में सुधीर दखल देता था। हमें पूरे पैसे नहीं देता था। माली के अनुसार फार्महाऊस में अक्सर चिनाई या कोई दूसरा काम चलता था तो रुटीन में सोनाली के जानने वाले कारपेंटर, मिस्त्री आते थे। सुधीर लेबर को पूरे पैसे नहीं देता था। माली की मानें तो सुधीर का मकसद था कि सोनाली को थोड़ा-बहुत नजदीक से जानने वाले लोग उससे दूर हो जाएं। इसके लिए सुधीर ने हर तरीका अपनाया और वो इसमें कामयाब भी रहा। माली से लेकर मैनेजर और कुक से लेकर चालक सब पुराने वफादारों को उसने सोनाली की लाइफ से चलता कर दिया।
गुरुग्राम के पॉश इलाके में फ्लैट, यहां है कई राज कैद
ऐसी जानकारी सामने आई है कि सुधीर सांगवान ने गुरुग्राम के पॉश इलाके में एक फ्लैट ले रखा था। गुरुग्राम के सैक्टर 102 में ग्रीन सोसायटी में टॉवर नंबर चार में फ्लैट नंबर 901 सुधीर ने ले रखा था। सोनाली का परिवार पहले ही यह आरोप लगा चुका है कि सोनाली के पैसों से कुछ प्रोपर्टी सुधीर ने जरूर खरीदी और इसकी भी जांच होनी चाहिए। परिवार अंदेशा जाहिर कर चुका है कि इस फ्लैट को खंगाले जाने के बाद कई राज बहार आ सकते हैं। ऐसा अंदेशा है कि इसी फ्लैट में सुधीर का लैपटॉप, कुछ जरूरी दस्तावेज के अलावा सोनाली के बैंक, प्रोपर्टी संबंधी दस्तावेज मिल सकते हैं। गोवा पुलिस जल्द ही हरियाणा के गुरुग्राम और हिसार में आकर जांच करेगी और इस फ्लैट को खंगाले जाने के बाद कई रहस्यों से पर्दा उठने की उम्मीद है।