बिहार, नेपाल और चंडीगढ़ तक खंगाला गया रिकॉर्ड, बोर्ड सचिव ने दी जानकारी
भिवानी। 15 जून को बोर्ड कक्षाओं 10वीं और 12वीं का रिजल्ट जारी करने से पहले बोर्ड ने फर्जी एसएलसी मामले में कार्रवाई करते हुए कई स्कूलों का परिणाम रद्द कर दिया है तथा कई स्कूलों के करीब ढाई हजार विद्यार्थियों का रिजल्ट लेट जारी करने का निर्णय लिया गया है। जाली स्कूल लिविंग सर्टिफिकेट और फर्जी प्रमाण पत्रों के सहारे मार्च 2022 में परीक्षा देने वाले 867 परीक्षार्थियों का रिजल्ट रद्द कर दिया गया है। 2582 परीक्षार्थियों का परिणाम घोषित किया गया। जिन 142 स्कूलों के बच्चों का परिणाम रद्द किया गया है, उनमें राजकीय स्कूलों की संख्या मात्र 10 है, शेष सभी प्राइवेट स्कूल हैं। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी के अध्यक्ष डॉ. जगबीर सिंह और सचिव कृष्ण कुमार ने बताया कि बोर्ड ने परीक्षार्थियों का परिणाम बोगस एसएलसी, प्रमाण-पत्र के चलते रद्द किया है। सत्यापन उपरान्त 10वीं कक्षा के 92 अराजकीय स्थायी/अस्थायी मान्यता प्राप्त विद्यालयों के 778 और 8 राजकीय विद्यालयों के 14 परीक्षार्थियों की एसएलसी एवं प्रमाण-पत्र बोगस पाए गए हैं। बात कक्षा 12वीं की करें तो इसमें 40 अराजकीय स्थायी, अस्थायी मान्यता प्राप्त विद्यालयों के 73 और 2 राजकीय विद्यालयों के 2 परीक्षार्थियों की एसएलसी, प्रमाण-पत्र जाली पाए गए। अब स्कूल की गलती का परिणाम विद्यार्थियों को भुगताना पड़ेगा।