कोविड केयर सेंटर की शुरुआत के अवसर पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा में अब ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। प्रदेश का कोटा 152 टन से बढक़र 282 टन हो गया है। इसके अलावा भी हमने केन्द्र से और ऑक्सीजन दिए जाने की मांग की हुई है।
सिरसा, 11 मई। बाबा तारा चेरिटेबल हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेंटर, सिरसा में 150 बेड के कोविड केयर सेंटर की हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने चण्डीगढ से वीसी के माध्यम से शुरुआत की। इस सेंटर में ऑक्सीजन की व्यवस्था के साथ-साथ वेंटिलेटर बेड भी स्थापित किए गए हैं। इस मौके पर जहां सांसद सुनीता दुग्गल वीडियो कांफ्रेंस से जुड़ीं, वहीं विधायक गोपाल काण्डा और भाजपा जिला अध्यक्ष आदित्य चौटाला सिरसा में उपस्थित रहे। कोविड केयर सेंटर की शुरुआत के अवसर पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा में अब ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। प्रदेश का कोटा 152 टन से बढक़र 282 टन हो गया है। इसके अलावा भी हमने केन्द्र से और ऑक्सीजन दिए जाने की मांग की हुई है। उन्होंने कहा कि हम सभी अस्पतालों को आवश्यकता के अनुसार ऑक्सीजन की आपूर्ति कर रहे हैं। साथ ही, होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को भी ऑक्सीजन सिलेण्डर रीफिलिंग की सुविधा घर पर उपलब्ध करवाई जा रही है। इस व्यवस्था के लिए पोर्टल बनाया गया है जिस पर मरीज भी आवेदन कर रहें हैं और संस्थाएं भी रजिस्ट्रेशन करवा रही हैं।
उन्होंने कहा कि इस महामारी के दौर में हम हर सम्भव व्यवस्था कर रहे हैं। आज सुबह ही दो टैंकर एयर लिफ्ट करवाकर भुवनेश्वर भेजे गए हैं ताकि वहां से समय पर ऑक्सीजन की आपूर्ति हरियाणा को मिल सके। उन्होंने कहा कि प्राइवेट अस्पताल व संस्थाएं ऑक्सीजन बेड की व्यवस्था के लिए आगे आ रही हैं। यह महामारी का दौर है, इससे हमें मिलकर ही पार पाना है। उन्होंने कहा कि अभी तक अधिकतर शहरों तक सीमित यह संक्रमण अब गांवों में भी फैल रहा है इसलिए हमें पूरी सावधानी बरतनी पड़ेगी। गांवों में घर-घर जांच करने के लिए टीमें बनाई गई हैं और हर विभाग इसके लिए सहयोग कर रहा है। उन्होंने बाबा तारा चेरिटेबल ट्रस्ट को कोविड केयर सेंटर स्थापित करने के लिए साधुवाद भी दिया। उन्होंने जिला प्रशासन को कहा कि चूंकि आपके यहां सिलेंडर रीफिलिंग की सुविधा हिसार से जुड़ी हुई है इसलिए ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था मजबूत करें ताकि समय पर सिलेण्डर रीफिल करवाकर पहुंचाए जा सकें। ठीकरी पहरे का दिया सुझाव मुख्यमंत्री ने कहा कि चूंकि गांवों में संक्रमण फैल रहा है, इसके चलते गांवों में ठीकरी पहरा लगाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि धरने आदि पर जाने वाले को आइसोलेशन सेंटर में रखकर व जांच के बाद ही गांवों में जाने दिया जाए। समस्या बड़ी है इसलिए सब सावधानी बरतें। मास्क लगाने, सेनिटाइजेशन आदि को गम्भीरता से अपने जीवन का हिस्सा बनाएं। उन्होंने कहा कि आगामी एक हफ्ते में इस लहर के डाउन ट्रेंड होने की आशा है।