मंगलवार को मानसून सत्र के दूसरे दिन विधान सभा में अवैध खनन व डीएसपी की हत्या पर दिए गए इनेलो द्वारा ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर बोले अभय सिंह चौटाला
चंडीगढ़, 9 अगस्त (जन सरोकार ब्यूरो): इनेलो के प्रधान महासचिव एवं ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने मंगलवार को मानसून सत्र के दूसरे दिन विधान सभा में अवैध खनन व डीएसपी की हत्या पर इनेलो द्वारा दिए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर बोलते हुए कहा कि अवैध खनन रोकने गए नूहं के डीएसपी की खनन माफिया के डंपर चालक ने कुचल कर निर्मम हत्या कर दी जिससे पता चलता है कि पूरे प्रदेश में अवैध खनन माफियाओं का आतंक और गुंडाराज भाजपा गठबंधन सरकार में बेखोफ चल रहा है।
उन्होंने कहा कि जहां भी खनन का काम चलता है वहां लगे क्रैशर पर पत्थर ढोने वाले डंपरों का रजिस्ट्रेशन होता है लेकिन हैरानी की बात है कि पुलिस आज तक इसका पता नहीं लगा पाई है कि वो डंपर किस क्रैशर के लिए काम करता था। इससे स्पष्ट होता है कि प्रदेश में अवैध खनन माफियाओं को कानून का कोई खौफ नहीं है और सरकार के संरक्षण में फल-फूल रहा है। इस घटना से पहले भी पिछले चार साल में पुलिस पर हमले के 22 मामले हो चुके हैं। पूरे प्रदेश में हर साल खनन माफियाओं द्वारा पुलिस कर्मियों और अधिकारियों को कुचलने के प्रयास करने के 250 से अधिक मामले दर्ज होते हैं। पिछले तीन सालों में अवैध खनन के दौरान हुई घटनाओं का ब्योरा देते हुए अभय सिंह चौटाला ने कहा कि दिसंबर 2020 में खनन माफिया ने सिंचाई विभाग की टीम पर हमला किया, फरवरी 2021 में फरीदाबाद में अवैध खनन रोकने गए पुलिस कर्मियों पर जानलेवा हमला किया जिस में दो पुलिस कर्मी गंभीर रूप से घायल हुए, मार्च 2021 में इनफोर्समेंट टीम पर जानलेवा हमला किया, नवंबर 2021 में पुलिस कर्मियों पर हमला किया, दिसंबर 2021 में नारायणगढ़ में खनन विभाग टीम पर हमला किया, जनवरी 2022 में डाडम में अवैध खनन के दौरान छह लोगों की मौत हुई, मार्च 2022 में आरटीए विभाग के अधिकारी को जिंदा जला दिया गया। दिसंबर 2020 से मार्च 2022 के बीच खनन घटनाओं में 20 लोगों की मौत और 48 घायल हो चुके हैं लेकिन भाजपा सरकार के मंत्री इनको छिटपुट घटनाएं बता कर माफियाओं को बचा रही है। सदन में सरकार से जिन भी घोटालों के बारे में पूछा जाता है तो उसका सरकार के पास कोई जवाब नहीं होता। भाजपा गठबंधन सरकार प्रदेश को दोनों हाथों से लूटने में लगी है। इनेलो नेता ने कहा कि सरकार सदन को आश्वस्त करे कि भविष्य में ऐसी कोई घटना न हो सके।