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Friday, November 8, 2024
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चौधर के चुनाव का खत्म हुआ इंतजार, सरपंची के चुनाव के लिए हो जाएं तैयार

-किसी भी वक्त हो सकता है पंचायती राज चुनाव का शंखनाद

-22 जुलाई को होगी वोटर लिस्ट प्रकाशित, उसके बाद जारी होगी अधिसूचना

6228 सरपंचों, 411 जिलापरिषद सदस्यो, 62 हजार पंचों और 3080 पंचायत समिति सदस्यों के होने हैं चुनाव

चंडीगढ़, 18 जुलाई। चौधर के प्रतीक सरपंची के चुनावों का शंखदान जल्द होने वाला है। इस बार चुनाव करीब तय अवधि से एक साल और सात माह विलंब से होंगे। तय समय के अनुसार फरवरी 2021 में पंचायती राज प्रणाली के चुनाव होने थे, लेकिन कई कारणों के चलते पंचायती चुनाव लगातार चलते रहे और अब ऐसी उम्मीद है कि सितंबर के दूसरे पखवाड़े में पंचायती राज प्रणाली के चुनाव होंगे इससे पहले भी साल 2016 में भी पंचायती राज प्रणाली के चुनाव करीब 6 महीने देरी से हुए थे । हरियाणा में करीब 6228 सरपंचों के अलावा 411 जिला परिषद सदस्यों के चुनाव होने हैं इसके साथ ही करीब 62 हजार से अधिक पंचायत सदस्यों के जबकि 140 से ब्लॉक समिति के 3080 सदस्यों के चुनाव भी करवाए जाने हैं । चुनाव करवाने को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग ने पूरी तरह से कमर कस ली है और आयोग दावा कर चुका है कि 22 जुलाई को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित होने के साथ ही चुनाव को लेकर अधिसूचना जारी कर दी जाएगी । आयोग की मानें तो पंच व सरपंचों की चुनाव एक साथ, जबकि जिला परिषद और ब्लॉक समिति सदस्यों के चुनाव एक साथ करवाए जाएंगे यानी चुनाव विभिन्न चरणों में होंगे । पिछली बार पंच सरपंच जिला परिषद सदस्य और ब्लॉक समिति सदस्यों के चुनाव एक साथ हुए थे, क्योंकि आमतौर पर जिला परिषद और ब्लॉक समिति सदस्यों के चुनाव सरपंचों के चुनाव के साथ होने के चलते आपसी सांठगांठ का खेल सामने आता रहा है इस खेल को बंद करने के मकसद से ही आयोग चुनाव अलग-अलग करवाना चाहता है ।

ऐसे टलते रहे चुनाव

पंचायती राज चुनाव में विभिन्न कारणों से विलंब हुआ है फरवरी 2021 में वर्तमान पंचायतों का कार्यकाल पूरा हो गया था। मार्च के महीने में कोरोना की दूसरी लहर ने दस्तक दे दी और इस वजह से चुनावों में देरी हो गई इसके साथ ही लंबे समय तक हरियाणा की सीमांत इलाकों में किसान आंदोलन चला । हरियाणा भर में किसान आंदोलन का व्यापक असर नजर आया । खास करके किसान आंदोलन का असर ग्रामीण क्षेत्र में अधिक देखने को मिला । एक वजह यह भी रही कि पंचायती चुनाव समय पर नहीं हो सके । इसी बीच अप्रैल 2021 में पंचायती राज प्रणाली चुनाव में महिलाओं को 50 फ़ीसदी आरक्षण दिए जाने को लेकर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में एक याचिका डाल दी गई । लंबे समय तक मामला अदालत में विचाराधीन रहा और इसी साल 5 मई को हाईकोर्ट ने चुनाव करवाए जाने को लेकर हरी झंडी दे दी ।

पंच-सरपंच और जिलापरिषद एवं ब्लॉक समिति के चुनाव होंगे अलग-अलग

हरियाणा में पंचायत चुनाव दो चरणों में कराने की तैयारी चल रही है। पहले चरण में सरपंच और पंच के लिए मतदान होगा। दूसरे चरण में जिला परिषद और बीडीसी सदस्यों के लिए वोट डाले जाएंगे। राज्य चुनाव आयोग चुनाव के लिए पूरे प्रदेश से डाटा एकत्रित करने में जुटा हुआ है। महिलाओं और एससी उम्मीदवारों के लिए आरक्षण का प्रावधान रहेगा, बीसी-ए श्रेणी को बिना आरक्षण दिए चुनाव होंगे। पंचायत चुनाव प्रदेश का सबसे बड़ा चुनाव होता है। इसे संपन्न कराने के लिए हजारों कर्मियों की तैनाती होती है। मतदाताओं को एक साथ जिला परिषद, बीडीसी, सरपंच, उप सरपंच और पंच के लिए वोट डालने होते हैं। ऐसे में मतदाता कई बार कंफ्यूज हो जाता है। हजारों की संख्या में कर्मचारियों की तैनाती व मतदाताओं की सुविधा को देखते हुए सरकार और आयोग दो चरण में चुनाव करवाने पर विचार कर रहे हैं।

 आयोग ने किए पर्याप्त प्रबंध

गौरतलब है कि राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायती राज प्रणाली चुनाव को लेकर व्यापक प्रबंध किए हैं करीब 77000 इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का प्रबंध किया गया है । आयोग की मानें तो करीब हरियाणा भर में 14000 मतदान केंद्र पंचायती राज प्रणाली चुनाव करवाने को लेकर बनाए जाएंगे । राज्य चुनाव आयोग की मानें तो सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देश अनुसार चुनाव होंगे। अभी चुनाव को लेकर कुछ भी कहना संभव नहीं है। 22 जुलाई के बाद स्थिति स्पष्ट होगी। ग्राम पंचायत चुनावों में 77 हजार से अधिक ईवीएम इस्तेमाल होने की संभावना है। गुजरात से 20 हजार, उत्तर प्रदेश से 5 हजार, हिमाचल प्रदेश से 496 और 52083 ईवीएम भारतीय चुनाव आयोग से हरियाणा राज्य निर्वाचन आयोग ने ली हैं। 5 हजार ईवीएम हरियाणा की अपनी हैं।

पिछली बार यह था चुनाव का शैड्यूल

उल्लेखनीय है कि पिछली बार जनवरी 2016 में तीन अलग-अलग चरणों में पंचायती राज प्रणाली के चुनाव हुए थे 10 जनवरी 17 जनवरी और 24 जनवरी को पंचायती राज प्रणाली के चुनाव करवाए गए थे । खास बात यह है कि पारदर्शी तरीके से चुनाव करवाने को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से संवेदनशील व अतिसंवेदनशील मतदान केंद्रों की भी पहचान करने की कवायद शुरू की गई है । इस कड़ी में हरियाणा पुलिस से आयोग की ओर से समन्वय किया गया है । जल्द ही राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से चुनाव की अधिसूचना जारी होने के साथ ही संवेदनशील और अतिसंवेदनशील मतदान केंद्रों की सूची भी जारी कर दी जाएगी।

जिला ग्राम पंचायत पंचायत समिति सीट जिला परिषद सीट

जिला              सरपंच       जिप   पंचायत समिति सदस्य

अंबाला             400       122       15

भिवानी              312      144       22

चरखीदादरी          165         88       11

फरीदाबाद           100        60       10

फतेहाबाद           259        143      18

गुरुग्राम             166         72      10

हिसार              304         217     30

झज्जर             247         137     18

जींद               300         187      25

कैथल               277        153      21

करनाल             395         200      25

कुरुक्षेत्र             403        135      17

महेंद्रगढ़            343         151      19

नूंह                325        188      25

पलवल             263        134      20

पंचकूला            135         42      10

पानीपत            178        134      17

रेवाड़ी              365         143     18

रोहतक             142         109       14

सिरसा       341         186      24

सोनीपत            318          193       24

यमुनानगर          490          142       18

कुल               6228         3080     411

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