6 दिसंबर 2018 को सुरेश के 21 वर्षीय बेटे साहिल की रोहतक के नेकीराम कालेज परिसर में चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने इस मामले में 12 युवकों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया था। सुरेश इस मामले में गवाह था
जींद। गांव अलीपुरा में सोमवार सुबह दिनदहाड़े हत्या की वारदात अंजाम दी गई। सैर करने के लिए निकले एक निजी स्कूल संचालक की कार सवार अज्ञात लोगों ने गोलियां से भूनकर हत्या कर दी है। मामले को उनके बेटे की हत्या के केस से जोड़कर देखा जा रहा है, क्योंकि केस में मृतक की गवाही होनी थी। मृतक की पहचान अलेवा गांव निवासी सुरेश (48) के रूप में हुई है। सुरेश ने गांव अलीपुरा में महर्षि दयानंद वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल खोला हुआ है। स्कूल के पास ही वह अपने परिवार के साथ रह रहा था। हर रोज की तरह सुरेश सुबह करीब 6 बजे घर से सैर के लिए निकला तो कार सवार अज्ञात लोगों ने उस पर सामने से फायरिंग कर दी। एक गोली सुरेश के सिर में जा लगी और वह वहीं पर गिर गया। इसके बाद सुरेश पर कई राउंड फायर किए गए, जिसमें सुरेश की मौके पर ही मौत हो गई। वहां से निकल रहे लोगों ने सुरेश को संभाला और उपचार के लिए नागरिक अस्पताल उचाना लेकर आए। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस के अनुसार पूछताछ में पता चला है कि 6 दिसंबर 2018 को सुरेश के 21 वर्षीय बेटे साहिल की रोहतक के नेकीराम कालेज परिसर में चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने इस मामले में 12 युवकों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया था। सुरेश इस मामले में गवाह था। केस रोहतक कोर्ट में विचाराधीन था और अपने बेटे की हत्या के मामले की पैरवी को लेकर सुरेश हर बार कोर्ट जाता था और उसकी हाल ही में कोर्ट में गवाही होनी थी। लेकिन इससे पहले ही उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। इसलिए पुलिस सुरेश की हत्या को बेटे के केस से जोड़कर देख रही है।