जिन युवाओं ने भजनलाल का दौर नहीं देगा, उन्होंने आज तक आदमपुर की सिर्फ बदहाली देखी है, विरासत और गढ़ शब्दों की धारणा तोड़ने को भी वोट की चोट की तैयारी में युवा
जन सरोकार ब्यूरो।
आदमपुर।
उपचुनाव में धुरवीकरण हुआ है, कितना हुआ है, किसके पक्ष में कितना हुआ है और यह परिणाम पर कितना असर डालेगा, इन सब बातों के बीच एक बड़ी वोट बैंक है 18-35 आयु वर्ग के यूथ का। यूथ का मन क्या है और यूथ क्या चाहता है, इससे ही तय होना है कि आदमपुर का अगला विधायक कौन होगा। लेकिन धरातल पर बने हालातों को यदि नजदीक से देखा जाए तो आदमपुर का जो युवा इस उपचुनाव में वोट पोल करने वाला है उसने चौधरी भजनलाल के दौर के सिर्फ चर्चे सुने हैं। उस दौर को उन्होंने कभी देखा नहीं। इसलिए आदमपुर के युवाओं पर भजनलाल युग, आदमपुर हमारा परिवार है, आदमपुर भव्य होगा इस प्रकार के नारे असर नहीं कर रहे हैं।जिसके चलते कुलदीप बिश्नोई के माथे पर चिंता की लकीरें ला दी हैं।
अब देखना होगा कि नये नये बदलाव के लिए मशहूर आदमपुर का यूथ इस उपचुनाव में गढ़ को तोड़ने के लिए वोट करेगा या सालों से चली आ रही परंपरा का ही हिस्सा बनकर रह जाएगा।