रुपए के लेन-देन का विवाद, कॉल डिटेल से पता लगेगी सच्चाई
जन सरोकार ब्यूरो । पानीपत
पानीपत कोर्ट से बाहर से संदिग्ध परिस्थितियों में लापता बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान के मुंशी भोपाल सिंह असंध रोड पर नहर में पड़ा मिला। उसके दोनों हाथ बंधे हुए थे। नहर से बाहर निकाल कर उसे गंभीर हालत में असंध रोड के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। डॉक्टर उसे बचा नहीं और मौत हो गई। पुलिस ने हत्या का केस दर्ज किया है। मृतक मुंशी के भाई ने रुपए के लेन-देन का विवाद बताया।
दामाद ने करवाया था अस्पताल में भर्ती
पुराना औद्योगिक थाना पुलिस को दी शिकायत में बलवान ने बताया कि वह गांव खेड़ी गुर्जर जिला सोनीपत का रहने वाला है। वह 5 भाई हैं। उसका बड़ा भाई भोपाल सिंह पानीपत कोर्ट में एडवोकेट सुखबीर शर्मा के पास मुंशी का काम करता था। वह हर रोज गांव से पानीपत आता था। 15 अक्टूबर को बलवान के पास उसके भाई के दामाद सुशील का फोन आया।
उसे बताया कि भोपाल असंध रोड की नहर में पड़ा हुआ था। उसके हाथ रस्सी से बंधे हुए थे और बेहोशी की हालत में था। जिसे नहर से निकालकर असंध रोड स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। मामले की सूचना मिलने पर बलवान गांव से पानीपत पहुंचा। जहां उसे पता लगा कि इलाज के दौरान उसके भाई की मौत हो गई है।
अज्ञात से लेने थे मुंशी ने रुपए
बलवान ने बताया कि उसके भाई का किसी के साथ पैसों का लेनदेन था। जो कि कई बार उसे भी बता चुका था। पैसे देने वाला पिछले करीब छह-सात महीने से टालमटोल कर रहा था। बलवान ने पुलिस को कहा कि जांच के दौरान रुपयों के विवाद और कॉल हिस्ट्री से पता लगाया जाए कि आखिर कहीं रुपए के विवाद में तो उसके भाई का कत्ल नहीं हुआ है।