नशा मुक्ति अभियान को लेकर गांव सालम खेड़ा में सेमिनार का आयोजन
फतेहाबाद,15 जून। नशा एक अभिशाप है। यह एक ऐसी बुराई है जिससे इंसान का अनमोल जीवन समय से पहले ही मौत का शिकार हो जाता है। नशीले पदार्थों के सेवन से व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक और आर्थिक नुकसान होने के साथ-साथ ही सामाजिक वातावरण भी प्रदूषित होता है। साथ ही स्वयं और परिवार की सामाजिक स्थिति को भी भारी नुकसान पहुंचाता है। यह बात थाना सदर प्रभारी यादविंद्र ने क्षेत्र के गांव सालम खेड़ा में जिला पुलिस द्वारा आयोजित नशामुक्ति सेमिनार को संबोधित करते हुए कही। पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र सिंह भोरिया के निर्देशानुसार नशे के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान के दौरान उन्होंने ग्रामीणों को नशे से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी और पुलिस द्वारा नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान का सहयोग करने और इस अवैध धंधे से जुड़े लोगों की जानकारी देने की भी अपील की। उन्होंने ग्रामीणों को कहा कि अगर परिवार में कोई व्यक्ति नशा करता है तो बच्चे भी उसके पद चिन्हों पर चलेंगे। इसका एक कारण यह है कि युवा वर्ग में सहनशीलता की कमी है और बहुत जल्दी अपना हौसला खो देते हैं जिसके कारण वह डिप्रेशन में चले जाते हैं और फिर वह नशे की गिरफ्त में फंस जाते हैं माता-पिता को चाहिए कि वह अपने बच्चों को हालात से लड़ना सिखाएं और उन्हें मजबूत बनाएं। ग्रामीणों ने पुलिस की इस पहल की सराहना करते हुए पूरा सहयोग करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि जिले को नशामुक्त करने को लेकर पुलिस पूरी तरह कृतसंकल्प है। आम लोगों को भी इस अभियान में पुलिस का सहयोग करना चाहिए। अगर उन्हें नशा तस्करी बारे कुछ भी जानकारी मिले तो वे तुरंत हेल्पलाइन नंबर 8814011755 पर दें। इसके अलावा नजदीकी पुलिस स्टेशन में भी सूचना दे सकते है। सूचना देने वालों के नाम गुप्त रखा जाएगा।