उपप्रधानमंत्री रहे देवीलाल और उप मुख्यमंत्री दुष्यंत का गांव है चौटाला

सिरसा। जिले का वीवीआईपी गांव कहलाने वाला चौटाला आज कोरोना की दहशत के साए में है। कोरोना महामारी की वजह से यहां लोग काफी भयभीत हैं और घरों में दुबके हुए हैं। पूर्व उपप्रधानमंत्री चौ. देवीलाल भी इसी गांव के थे और मौजूदा डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला भी यहीं से संबंध रखते हैं। बीजेपी के सिरसा जिलाध्यक्ष आदित्य चौटाला के अलावा 5 विधायक इसी गांव से हैं। इसके बावजूद गांव के लोगों का सरकारी सिस्टम से भरोसा उठ चुका है।
ग्रामीण ये भी कहते हैं कि यहां पर पीने का साफ पानी न मिलने के कारण भी कोरोना बढ़ रहा है। पहले यहां कैंसर फैल रहा था और अब खांसी-जुकाम की शिकायत हर घर में है। गांव के लोगों ने 6 साल पहले अजय सिंह चौटाला के सामने भी पीने के पानी का मुद्दा उठाया था लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई।
गांव में आज भी कैंसर के 50 से ज्यादा मरीज हैं। यह कैंसर और बाकी बीमारियां खारे पानी से हैं। हर रोज पंजाब से आने वाली कैंसर ट्रेन से चौटाला गांव के 8 से 10 लोग बीकानेर में इलाज के लिए जाते हैं। चौटाला गांव के लोग कहते हैं कि अस्पताल में हम इसलिए भी जाने से डरते हैं, क्योंकि स्टाफ बाहर से ही भगा देता है। अस्पताल में चले भी जाएं तो बड़े अस्पतालों में रेफर ही करते हैं। न तो इनके पास ऑक्सीजन सिलेंडर हैं, न ही पर्याप्त स्टाफ। ऐसे में साथ लगते दूसरे राज्यों के अस्पतालों में जाना ही हल है।
चौटाला गांव के स्वतंत्रता सेनानी गंगाराम घोटिया के पोते धोलूराम कहते हैं कि पंचायत जब से भंग हुई है, तब से सैनिटाइजेशन के लिए भी इंतजार करना पड़ रहा है। अब तो 40 घर के लोग मिलकर 15 हजार रुपए का चंदा करते हैं और अपने स्तर पर सैनिटाइजेशन करवाते हैं। हैरानी की बात यह है कि उप प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री और कई-कई विधायक देने वाले इस गांव की खबर लेने वाला आज कोई नहीं है।