-गुहला चीका में 12782 क्यूसिक, खन्नौरी में 9100, चांदपुरा में 9600 और ओटू में 13200 क्यूसिक पानी
फतेहाबाद, 24 जुलाई। घग्गर नदी में आने वाले समय में जलस्तर कम होने की संभावना है। इस समय गुहला चीका में करीब 12782 क्यूसिक, खन्नौरी में 9100, चांदपुरा में 9600 और ओटू में 13200 क्यूसिक पानी है। पिछले दो दिन में जलस्तर काफी कम हुआ है। इसके बाद तटबंधीय इलाके के ग्रामीणों को राहत मिली है। ओटू हैड पर दो दिन पहले 25 हजार जबकि एक दिन पहले 20 हजार क्यूसिक पानी था। ओटू वियर से करीब 2500 क्यूसिक पानी नहरों में छोड़ा गया है। इसके अलावा काफी पानी राजस्थान की ओर भी छोड़ा गया है। हालांकि सिंचाई विभाग का मानना है कि अभी मानसून प्रभावी है। आने वाले समय में यदि पहाड़ी इलाकों और चंडीगढ़, पटियाला, पंचकूला जैसे शहरों में भारी बरसात होती है तो एक बार फिर से नदी में जलस्तर बढ़ सकता है। गौरतलब है कि घग्गर नदी का उद्गम स्थल हरियाणा के मोरनी जिला के पास सोलन में है। इसके बाद यह नदी मोहाली, पटियाला, गुहला-चीका से होते हुए फतेहाबाद, सरदूलगढ़, सिरसा से होते हुए राजस्थान तक जाती है। अक्सर मानसून में यह नदी उफान पर होती है। 2010 और 2015 में आई बाढ़ को अभी किसान भूले नहीं है। 2010 में आई बाढ़ से सिरसा, मानसा और फतेहाबाद में काफी फसल डूब गई थी।
8 जोन बना तटबंधों पर निगाह रखने को तैनात की 24 टीमें, जलकुंभी निकालने में लगाई 22 जेसीबी
वहीँ सिरसा में नदी के सेंस्टिव एरिया को 8 जोन में बांटा गया है। जहां तटबंधों पर निगाह रखने को सिंचाई विभाग की 24 टीमें तैनात की हैं। वहीं पंजाब से पानी के साथ आई जलकुंभी नदी के बहाव में बाधा बनी है। जिसको निकालने में 22 जेसीबी लगाई हैं। इसके अलावा थैलों में मिट्टी भरने का काम शुरू करवा दिया है, ताकि नदी के बांध टूटने से पहले इंतजाम पुख्ता हों। आसपास खेतों के किसानों को निगरानी की सलाह दी गई है। कई गांवों के किसान प्रशासन की मदद में जुटे हैं। मानसूनी सीजन में अक्सर अच्छी बारिश से घग्गर का जलस्तर बढ़ता है। लेकिन जलस्तर निरंतर बढ़ने लगा है। ओटू हेड पर 20 हजार क्यूसिक पानी है। जहां से राजस्थान होते हुए पानी पाकिस्तान पहुंचता है। मगर पानी के बहाव में जलकुंभी बाधा बनी है। जिससे कई इलाकों में जलस्तर बढ़ा है। गांव खैरेकां के पास तीन दिन पहले पानी 4.5 फीट था और शुक्रवार को 9.9, जबकि शनिवार सुबह 12.8 फीट दर्ज किया गया। तेज बहाव के साथ बढ़ते जलस्तर के कारण आसपास गांवों के किसानों ने तटबंधों पर ठीकरी पहरा शुरू कर दिया है। ओटू हेड पर पलपल की जानकारी के लिए कंट्रोल रूम बनाया गया है।
कहां कितना जलस्तर?
गुहला चीका 12782
खन्नौरी 9100
चांदपुरा 9600
ओटू 13200