पंचकूला, 1 अगस्त: कांग्रेस की सरकार बनते ही बुजुर्गों को 6000 रुपये महीना पेंशन दी जाएगी। साथ ही गरीब परिवारों को 300 यूनिट मुफ्त बिजली और सौ-सौ गज के मुक्त प्लॉट दिए जाएंगे। पदक विजेता खिलाड़ियों को फिर से उच्च पदों पर नियुक्तियां दी जाएंगी। ये ऐलान किया है पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने। हुड्डा पंचकूला में हुए हरियाणा कांग्रेस प्रदेश कमेटी के एकदिवसीय चिंतन शिविर को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर जातिगत जनगणना का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार बनने पर क्रिमी लेयर की लिमिट को 6 से बढ़ाकर 10 लाख किया जाएगा। ताकि पिछड़ों को आरक्षण का उचित लाभ प्राप्त हो सके। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि वो सत्ता परिवर्तन के संघर्ष को लेकर पूरी तरह तैयार हैं। कांग्रेस ने उन्हें जो जिम्मेदारी सौंपी है, उसे वो पूरी विनम्रता के साथ उसे स्वीकार करते हैं। हुड्डा ने चिंतन शिविर में मौजूद तमाम पार्टी नेता व कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि सबको मिलकर खुश और खुशहाल हरियाणा बनाने के लिए सड़कों पर उतरना होगा। घर पर बैठकर क्रांति संभव नहीं है। हमें बदले की नहीं बल्कि सरकार बदलने की भावना मन में रखकर आगे बढ़ना है। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने चिंतन शिविर में पेश किए गए महंगाई, बेरोजगारी, बिगड़ती कानून व्यवस्था, जर्जर अर्थव्यवस्था, भ्रष्टाचार, कृषि, सामाजिक न्याय, महिला, दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक वर्ग के कल्याण समेत अलग-अलग मुद्दों पर पेश किए गए प्रस्ताव की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह प्रस्ताव साबित करते हैं कि कांग्रेस नेताओं के मन में प्रदेश की समस्याओं के प्रति टीस है। इसलिए वो हरियाणा की हालत पर चिंतन के लिए इस शिविर में इकट्ठा हुए हैं।
जबतक बीजेपी-जेजेपी को सत्ता से बेदखल नहीं करते, चैन से नहीं बैठेंगे : उदयभान
इससे पहले प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने चिंतन शिविर को संबोधित करते हुए सभी को भरोसा दिलाया कि पार्टी नेतृत्व गठबंधन सरकार को सत्ता से बाहर करने के लिए संकल्पबद्ध है। उन्होंने कहा कि इस सरकार की विदाई तक वह आराम से नहीं बैठेंगे। अगस्त महीने में पार्टी का मजबूत और विस्तृत संगठन जनता के सामने होगा। सभी सक्रिय कार्यकर्ता को संगठन में पद दिया जाएगा। चौधरी उदयभान ने कहा कि मौजूदा सरकार को सत्ता से बाहर करना आज जनता की मांग है और लोग कांग्रेस की तरफ उम्मीद लगाए हुए हैं। कांग्रेस वह पार्टी है जिसने देश को आजादी और संविधान की सौगात दी। इसकी रक्षा करने की जिम्मेदारी भी कांग्रेस पार्टी की है। इसलिए पार्टी कार्यकर्ताओं को इस जिम्मेदारी के साथ लोगों के बीच में जाना होगा। बीजेपी के छद्म राष्ट्रवाद का जवाब कांग्रेस को देश जोड़ने, भाईचारे व संघर्ष की भावना से देना होगा।
लोगों का रुझान बताता है कि हरियाणा में आने वाली सरकार कांग्रेस की होगी: दीपेंद्र हुड्डा
राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने पार्टी के आगामी कार्यक्रमों का प्रस्ताव चिंतन शिविर में रखा। उन्होंने कहा कि भविष्य में कांग्रेस की सरकार बनना तय है। प्रदेश की जनता ने 2019 चुनाव में ही वोट की चोट से बीजेपी को सत्ता से बाहर करने का फैसला सुना दिया था। लेकिन जेजेपी द्वारा जनता से किए गए विश्वासघात के राजनीतिक पाप के चलते बीजेपी फिर से सत्ता में आ पाई। लेकिन आज जब भी वो हरियाणा के अलग-अलग इलाकों का दौरा करते हैं तो लोगों का रुझान महसूस करते हैं। यह रुझान बताता है कि लोग मौजूदा सरकार को उखाड़ फेंकने का मन बना चुके हैं। भविष्य में कांग्रेस की सरकार बनने पर हरियाणा को पूरे देश के सामने ‘मॉडल स्टेट’ के तौर पर स्थापित करना हमारा लक्ष्य है।
माकन के आरोपों के बाद किरण ने हुड्डा कैंप से बनाई दूरी
शिविर में तोशाम की विधायक किरण चौधरी भी नहीं पहुंची। किरण चौधरी की बेटी एवं पूर्व सांसद श्रुति चौधरी भी नदारद नजर आई। श्रुति चौधरी हरियाणा प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष हैं। कुछ दिन पहले अजय माकन ने राज्यसभा चुनाव को लेकर किरण चौधरी पर बड़ा हमला बोला था। माकन ने दावा किया था कि कांग्रेस के तीस में से एक विधायक का वोट रद्द हुआ और वो वोट किरण चौधरी का था। इसके साथ ही माकन ने कांग्रेस के प्रभारी विवेक बंसल पर भी सवालिया निशान लगाए थे। माकन के इन आरोपों के बाद किरण चौधरी ने भी उन पर पलटवार किया था। ऐसा माना जा रहा है कि माकन के इन आरोपों के बाद से ही किरण चौधरी ने हुड्डा कैंप से दूरी बनाई हुई है। यही वजह है कि कांग्रेस के चिंतन शिविर में किरण चौधरी नहीं पहुंची।
इन नेताओं ने बनाई शिविर से दूरी
कांग्रेस के शिविर में किरण चौधरी के अलावा कांग्रेस के प्रभारी विवेक बंसल, कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप ङ्क्षसह सुर्जेवाला, कांग्रेस की पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा जैसे सीनियर नेता नहीं पहुंचे। गौरतलब है कि 2019 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 31 सीटों पर जीत मिली थी। इनमें से आदमपुर के विधायक कुलदीप बिश्रोई को पार्टी ने 11 जून को संगठन के सभी पदों से निष्कासित कर दिया था। तीस विधायकों में से करीब 25 से अधिक विधायक हुड्डा समॢथत माने जाते हैं, जबकि चार विधायक सैलजा गुट में आते हैं। तोशाम की विधायक किरण चौधरी किसी गुट से नहीं हैं।