सोनाली की मौत के चंद घंटों बाद फार्महाऊस से सुधीर के कहने पर एक शख्स ले गया डीवीआर और लेपटॉप
-शिकायत दिए जाने के बाद हाथ पर हाथ धरे बैठी हिसार पुलिस
-क्या फार्महाऊस पर सुधीर की थी संदिग्ध गतिविधियां, जिन्हें मिटाने के लिए गायब किया लेपटॉप और डीवीआर?
हिसार, 29 अगस्त (जन सरोकार ब्यूरो): सोनाली की मौत के मामले में गोवा पुलिस ने पिछले कुछ दिनों में तेजी से जांच करे हुए अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया है और कई महत्वपूर्ण तथ्य जुटाए हैं। सुधीर सांगवान और सुखविंद्र को दस दिन, जबकि तीन अन्य आरोपियों को पांच दिन के रिमांड पर लिया गया है। सुधीर ने सोनाली की मौत के कुछ घंटों के बाद सबसे पहले सोनाली के फार्महाऊस के सीसीटीवी डीवीआर और लेपटॉप में कैद रहस्यों को दफन करने की कोशिश की। रिमांड के दौरान पुलिस इस विषय पर भी आरोपी सुधीर से पूछताछ करेगी कि आखिर 23 अगस्त सोनाली की मौत के कुछ घंटों बाद ही डीवीआर और लेपटॉप फार्महाऊस से किसलिए ले जाया गया? ऐसा सामने आया है कि कैमरा ऑप्रेटर यह डीवीआर और लेपटॉप लेकर गया है।
दरअसल सोनाली का हिसार के सिरसा रोड पर गांव ढंढुर के पास आलीशान फार्महाऊस है। सोनाली का मकान इसी फार्महाऊस के परिसर में हैं। इसी परिसर में ही सोनाली की बहन रेमन का भी मकान है। सुधीर सांगवान अक्सर इसी फार्महाऊस में रहता था। सोनाली के तमाम कामकाज संबंधी फैसले वो लेता था। सोनाली एक हाइप्रोफाइल लाइफ जीने वाली औरत थी। अभिनय के साथ सियासत में थी। करीब सवा तीन एकड़ में बने इसी फार्महाऊस में सोनाली अक्सर अपने कार्यकत्र्ताओं के साथ संवाद करती थी और समस्याएं भी सुनती थीं। सुरक्षा के नजरिए से सोनाली ने फार्महाऊस में सीसीटीवी भी लगा रखे थे। सीसीटीवी की पूरी हार्डडिस्क और डीवीआर उस दिन से गायब जिस दिन सोनाली की मौत होती है। इसके साथ ही प्रोपर्टी के कुछ दस्तावेज और लेपटॉप भी लापता है। परिवार पहले ही आरोप लगा चुका है कि 23 अगस्त सुबह सुधीर का ही एक जानकार कैमरा ऑप्रेटर आया और परिवार की गैरहाजिरी में डीवीआर और लेपटॉप लेकर चला गया। जाहिर तौर पर गोवा में हुए घटनाक्रम के अलावा इस लेपटॉप में हिसार के फार्महाऊस में भी बीते कुछ महीनों-सालों में ऐसा बहुत कुछ हुआ, जिसे सुधीर दफन करना चाहता था। ऐसी कुछ संदिग्ध घटनाएं निश्चित रूप से फार्महाऊस में घटित हुई, जिनके सबूत सुधीर मिटाना चाहता था। यही वजह रही कि सुधीर ने 23 अगस्त सुबह आठ बजे परिवार को सोनाली की मौत की सूचना देने के बाद उनके फोन उठाने की जहमत नहीं उठाई। जाहिर है कि इसी दौरान सुधीर वो सारे सबूत मिटाने में लग गया, जिसको लेकर उसे अपने फंसने का डर रहा। सोनाली के परिवार ने डीवीआर और लेपटॉप के गायब होने की सूचना हिसार के सदर थाना में दी है। गोवा पुलिस तेजी से साक्ष्य जुटा रही है और इधर हिसार पुलिस पर भी बड़ा सवाल उठता है। रहस्यों और सबूतों से भरी डीवीआर और लेपटॉप इस हाइप्रोफोइल केस में सबसे बड़ी कड़ी साबित हो सकते हैं। पुलिस अभी तक उस किरदार को तलाश पाई है जो लेपटॉप ले गया है? क्या लेपटॉप को आसमान खा गया या जमीन निगल गई? वो कौन सा शख्स था जो फार्महाऊस में आता है और बड़ी सहजता से लेपटॉप और डीवीआर ले जाता है? क्या उसे सुधीर ने कुछ दिन पहले कैमरा ऑप्रेटर के रूप में रखा था? क्या उस शख्स ने इतने दिनों में लेपटॉप और डीवीआर में कैद तमाम डाटा या सबूत दफन कर दिए, मिटा दिए? यह सारे सवाल पेचीदा हैं। पुलिस के लिए चुनौती है? पर बड़ा सवाल यह है कि आखिर पुलिस का काम भी तो ऐसी चुनौती से ही निपटना है। मामला हाइप्रोफाइल है। परिवार सीबीआई की जांच की मांग कर रहा है। मामला प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के संज्ञान में आया तो उन्होंने फौरन सीबीआई जांच के लिए गोवा के सीएम को फोन किया? पर हिसार पुलिस क्या कर रही है? गोवा पुलिस भी हरियाणा में आने की बात कह चुकी है। पर चोरी की शिकायत हिसार के सदर थाना में दर्ज है। जाहिर है कि लेपटॉप, डीवीआर बरामद करना जरूरी है, ताकि सोनाली की मौत और उसके साथ फार्महाऊस पर होने वाले अतीत के कुछ घटनाक्रम से भी पर्दा उठ सके।