बदकिस्मती : बच्चे ही हालत बिगडऩे पर परिजन जब इलाज के लिए पीजीआई रोहतक ले गये तो नहीं मिला वेंटीलेटर और चली गई मासूम की जान
पानीपत। बच्चों के मामूली झगड़े में बड़ों की रंजिश ऐसी बढ़ी कि एक पड़ौसी महिला ने साथ ही रहने वाले परिवार के एक साल के बच्चे को कथित रूप से तेजाब पिला दिया, जिस कारण उसकी हालत बिगड़ गई और फिर बाद में ईलाज न मिलने से बच्चे की मौत हो गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से उत्तर-प्रदेश के जिला शहजानपुर के हथगांव निवासी कांता ने बताया कि उसका पति विनोद मजदूरी करता है। वह तहसील कैंप के विकास नगर में किराए पर रहते हैं। उसके पड़ोस में ही उनके जिले के गांव पसियानी निवासी बीरपाल अपनी पत्नी लक्ष्मी और बच्चों के साथ रहता है।
करीब 8 दिन पहले उनके 4 साल की बेटी शालू का लक्ष्मी की बेटी नैना के साथ खेलते हुए झगड़ा हो गया था। बच्चों के झगड़े को लेकर उसकी लक्ष्मी के साथ कहासुनी हो गई। मंगलवार सुबह पति ड्यूटी पर चले गए। वह अपनी बेटी के साथ पीने का पानी लेने के लिए तीसरे फ्लोर से दूसरे फ्लोर पर आई।
वापस अपने कमरे में पहुंची तो उसके कमरे से पड़ोसी लक्ष्मी भागती हुई निकली। वह अंदर पहुंची तो चार महीने के बेटे हर्षित के मुंह से झाग निकल रहा था। पास में ही फर्श पर तेजाब बिखरा हुआ था। उसने बाहर आकर शोर मचाया तो लक्ष्मी ने अपने कमरे का दरवाजा बंद कर लिया।
बेटे की हालत बिगड़ती देख पति को फोन कर बुलाया। बेटे को एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया। जहां से डॉक्टरों ने उसे रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया। वहां वेंटिलेटर न मिलने के कारण वह बुधवार को एंबुलेंस से बेटे को लेकर वापस पानीपत आ रहे थे, लेकिन बच्चे की मौत हो गई। इस संदर्भ में पुलिस जांच जारी है।