हरियाणा में श्रम विभाग के नए सॉफ्टवेयर पर काम चल रहा है। श्रमिकों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना पड़ेगा। श्रमिकों को सरकारी योजनाओं के लिए विभाग के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे
हरियाणा में श्रम विभाग का सेंट्रल प्रोसेसिंग सिस्टम सॉफ्टवेयर (सीपीएस) पर काम होना शुरू हो गया है। वहीं अब इस सॉफ्टवेयर पर काम होने के बाद समय पर भवन निर्माण से संबंधित पंजीकृत श्रमिकों को सरकार की योजनाओं का लाभ मिलेगा। श्रमिकों को बार- बार कार्यालय के चक्कर नहीं काटने पड़ेंंगे। अटल सेवा केंद्र से सीधे विभाग के पोर्टल पर आवेदन कर योजनाओं का पंजीकृत श्रमिक लाभ ले सकते हैं। बता दें कि इससे पहले कई- कई महीनों तक विभाग की योजनाओं का श्रमिकों को लाभ नहीं मिल पाता था। विभाग के चक्कर काट-काट कर श्रमिक परेशान रहते थे। वहीं इस ‘सेंट्रल प्रोसेसिंग सिस्टम’ से जहां कार्य में पारदर्शिता आएगी, वहीं भ्रष्टाचार पर भी नकेल कसी जा सकेगी। इससे पहले कार्यालयों में फाइल जमा करवाने के लिए दलाल श्रमिकों से अतिरिक्त पैसे वसूल लेते थे। अब ऑनलाइन कार्यप्रणाली से ऐसा नहीं रहेगा।
मोबाइल नंबर पर रहेगी आवेदन की जानकारी
विभाग की साइट पर आवेदन करते समय पंजीकृत श्रमिक को मोबाइल नंबर लिया जाएगा। इस मोबाइल नंबर पर श्रमिक को मैसेज आएगा ये बताया जाएगा कि आपके आवेदन पर इतना काम हो चुका है। अब आपका आवेदन स्वीकार कर लिया गया है। इस तिथि तक आपको योजना का लाभ मिल जाएगा। वहीं अगर किसी कारण से आवेदन रद्द कर दिया जाता है। उसकी भी पूर्ण जानकारी मोबाइल नंबर पर आएगी। किस कारण से आवेदन विभाग ने निष्क्रिय किया है।
ऑनलाइन आवेदन के बाद ही योजना का मिलेगा लाभ
श्रम विभाग के सहायक कल्याण अधिकारी जिले सिंह जांगड़ा ने कहा कि सेंट्रल प्रोसेसिंग सिस्टम सॉफ्टवेयर पर पंजीकृत श्रमिकों के लिए काम शुरू कर दिया है। कार्यालय आने की जरूरत नहीं है। अपने आवेदन के प्रमाण पत्र ऑनलाइन वेबसाइट पर पंजीकृत श्रमिक करें। दलालों के बहकावे में श्रमिक न आएं। ऑनलाइन आवेदन के बाद ही योजना का लाभ मिलेगा। आवेदन करते समय प्रयोग होने वाला मोबाइल नंबर ही दें। साफ्टवेयर से योजनाओं का लाभ मिलने में आसानी होगी।