कालांवाली : गांव कालांवाली में झगड़े के दौरान एक युवक की गुप्तांग पर चोट लगने के कारण मौत हो गई। मृतक की मां तेजकौर के बयान पर कालांवाली थाना पुलिस ने आरोपित शंटी सिंह के खिलाफ हत्या का अभियोग दर्ज किया गया है। तेजकौर का आरोप है कि उसके बेटे के साथ कहासुनी के बाद शंटी सिंह ने उस पर अटैक किया जिससे उसकी हालात बिगड़ गई और इलाज के दौरान अग्रोहा में मौत हो गई।
गांव कालांवाली निवासी तेजकौर ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसके पांच बेटे हैं। इनमें से एक बेटे की दस साल पहले मौत हो चुकी है। उसका पति व एक बेटा मानसिक रूप से परेशान है। उसका छोटा बेटा भगवान सिंह दिहाड़ी मजदूरी करता था। बीती 23 जुलाई की शाम को उसका बेटा भगवान सिंह दिहाड़ी करके घर आया। उसे बताया कि वह पंजाब बस अड्डे पर प्लाइवुड की दुकान करने वाले राधेश्याम के मकान की मरम्मत करवा रहा था। उसके साथ शंटी सिंह निवासी गांव कालांवाली, निक्का मिस्त्री निवासी खतरावां, काला सिंह, बलविद्र सिंह, संदीप सिंह निवासी गांव कालांवाली काम कर रहे थे। उन सबके सामने उसकी व शंटी सिंह की किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। जिसके बाद उसने उस पर अटैक कर दिया। तेजकौर ने बताया कि उसने अपने बेटे को घर में रखी दर्द निवारक गोली दे दी। 24 जुलाई को उसका बेटा घर पर ही था। 25 जुलाई को उसके बेटे के गुप्तांग में ज्यादा दर्द होने के कारण वह उसे लेकर कालांवाली के सरकारी अस्पताल में ले गई। जहां से चिकित्सक ने उसे सिरसा रेफर कर दिया। सिरसा अस्पताल से उसके बेटे को अग्रोहा रेफर कर दिया। जहां इलाज के दौरान भगवान सिंह की मौत हो गई। महिला तेज कौर ने आरोप लगाए कि उसके बेटे की मौत शंटी सिंह द्वारा गुप्तांग दबाने से तबीयत बिगड़ने के कारण हुई है। पीएसआइ गुरमेश कुमार मामले की जांच कर रहे हैं।